भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को वैश्विक स्तर पर स्पष्ट करने के लिए गठित सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों पर कांग्रेस के भीतर उठ रही आलोचना के बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब ऐसी पार्टी बन गई है जिसे देशहित के मुद्दों पर बोलने में तकलीफ होती है। आतंकवाद पर भारत के वैश्विक आउटरीच प्रतिनिधिमंडलों में कांग्रेस सांसद शशि थरूर को शामिल किए जाने को लेकर कांग्रेस से ही आवाज उठाए जाने लगी है।
इस पर भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कांग्रेस पार्टी देश की वह पार्टी बनकर रह गई है जिसके अंदर सकारात्मक देशहित पर कोई जुबान ही नहीं खुलती। कोई सकारात्मक राजनीति हो, पॉजिटिव राजनीति हो ये चुप रहते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस केवल निगेटिव राजनीति करती है। देश के बाहर भी ये भारत को बदनाम करते हैं। अब विदेशों में प्रतिनिधिमंडल जा रहा है और उसमें अगर शशि थरूर हैं तो इसमें राजनीति किस बात की है? शशि थरूर भी कांग्रेस के ही हैं। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई इसमें दिखती है। कांग्रेस के अंदर अंदरूनी लोकतंत्र भी नहीं है और यह घटिया राजनीति पर उतर आई है।
भारत सरकार ने सात अलग-अलग समूहों में सांसदों को शामिल करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के पास भेजने की योजना बनाई है। इन प्रतिनिधिमंडलों का मकसद भारत की आतंकवाद विरोधी नीति, सैन्य रणनीतियों और हाल में संपन्न ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देना है।
इस संदर्भ में कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया जाने वाले समूह को लेकर कांग्रेस के भीतर से ही असंतोष के स्वर उठे हैं। हालांकि, सरकार ने इसे गैर-जरूरी राजनीति करार दिया है।
पाकिस्तान को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा पाकिस्तान अब एक आतंकी देश बन चुका है, जिसे हमारी सेना के शौर्य ने सबक सिखाया है। लेकिन देश की जनता उन लोगों से भी नाराज़ है जो ऐसे दुश्मन देशों का साथ देते हैं। चाहे वह तुर्की हो या कोई और।
बता दें की, प्रतिनिधिमंडल में थरूर के अलावा एलजेपी (रामविलास) की सांसद शांभवी, जेएमएम के डॉ. सरफराज अहमद, टीडीपी के जी. एम. हरीश बालयोगी, भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी और भुवनेश्वर कलिता, शिवसेना के मिलिंद देवड़ा, अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू और भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या शामिल हैं।
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