हरियाणा विधानसभा चुनाव: सपा का ‘एक हाथ दो, दूसरे हाथ लो’ फार्मूला!

कांग्रेस के लिए सपा का ''एक हाथ दो, दूसरे हाथ लो'' फॉर्मूला तैयार है। सपा सूत्रों की मानें तो इसका उत्तर प्रदेश के होने वाले विधानसभा उपचुनाव में असर दिखना तय है।

हरियाणा विधानसभा चुनाव: सपा का ‘एक हाथ दो, दूसरे हाथ लो’ फार्मूला!

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हरियाणा के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साझेदारी के प्रस्ताव पर अभी तक ‘इंडिया’ गठबंधन में कांग्रेस की ओर से कोई विचार न होने से दोनों दलों के बीच दूरियां बनती दिखाई दे रही है। वहां सपा आम आदमी पार्टी को सक्रिय समर्थन कर सकती है। कांग्रेस के लिए सपा का ”एक हाथ दो, दूसरे हाथ लो” फॉर्मूला तैयार है। सपा सूत्रों की मानें तो इसका उत्तर प्रदेश के होने वाले विधानसभा उपचुनाव में असर दिखना तय है। सपा नेतृत्व ने यहां भी कांग्रेस के दावे को स्वीकार न करने का मन बना लिया है।

बता दें कि यूपी के विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस 10 में से 5 सीटें मांग रही है। सपा सूत्रों का कहना है कि हरियाणा का उदाहरण सामने रखते हुए यहां सपा कांग्रेस को हिस्सेदारी के मामले में ठेंगा दिखा सकती है। इतना ही नहीं इसकी आंच वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकती है।

हरियाणा विधानसभा चुनाव में सपा ने इंडिया गठबंधन के तहत 5 सीटों पर लड़ने का प्रस्ताव भेजा था। यह प्रस्ताव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर का बनाने की रणनीति के तहत था। कांग्रेस इस पर विचार करने को तैयार नहीं है। यहां तक कि जींद जिले की जो एक सीट सपा ने अपने एक प्रत्याशी को लड़ाने के लिए मांगी थी, उस पर भी कांग्रेस ने विचार नहीं किया। बताते हैं अभी तक सपा के प्रस्ताव पर कांग्रेस हाईकमान ने किसी तरह का जवाब देना तक मुनासिब नहीं समझा।

कांग्रेस की इस बेरुखी के कारण सपा अपनी सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए इतना तक कहा कि इंडिया गठबंधन की जो पार्टी भाजपा को हराने में सक्षम होगी, हरियाणा में सपा उसे अपना समर्थन देगी। इसे सपा नेतृत्व की नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है कि कि हरियाणा चुनाव में इंडिया गठबंधन को मजबूत करने संबंधी ‘एक्स’ पर शुक्रवार की अपनी पोस्ट में अखिलेश ने एक बार भी कांग्रेस का नाम नहीं लिया। 

माना जा रहा है कि वहां सपा,’आप’ आम आदमी पार्टी को समर्थन देने पर विचार कर रही है। चर्चा है कि कांग्रेस से सीटों की साझेदारी पर बात न बनने पर आम आदमी पार्टी वहां सभी 90 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकती है। एक-दो दिन में अपने प्रत्याशियों की घोषणा भी कर सकती है।

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