सत्ता स्थापित करने के लिए विनोद तावड़े पहुंचे हिमाचल प्रदेश!
भाजपा पार्टी के अभिजात वर्ग ने महाराष्ट्र के दो बड़े नेताओं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पूर्व मंत्री विनोद तावड़े को हिमाचल की जिम्मेदारी सौंपी।
R N Singh
Updated: Fri 09th December 2022, 09:22 AM
Vinod Tawde reached Himachal to establish power!
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तख्तापलट कर दिया। मतगणना के शुरुआती रुझान को देखते हुए बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में कांटे की टक्कर देखने को मिल रही थी| ऐसा लग रहा था कि राज्य में एक स्थिति उभर रही थी। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सत्ता गठन के कदम उठाने के लिए महासचिव विनोद तावड़े को शिमला भेजा। हालांकि तावड़े पूरी तैयारी के साथ हिमाचल प्रदेश पहुंचे|
कांग्रेस को बढ़त मिलने की भविष्यवाणी के बाद भाजपा ने सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी। भाजपा पार्टी के अभिजात वर्ग ने महाराष्ट्र के दो बड़े नेताओं उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पूर्व मंत्री विनोद तावड़े को हिमाचल की जिम्मेदारी सौंपी। लेकिन बारी-बारी से दोनों पार्टियों को सत्ता की चाबी देने वाले हिमाचल प्रदेश के लोगों ने अपनी परंपरागत परंपराओं को कायम रखा| पांच साल बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई और भाजपा का सत्ता स्थापित करने का सपना चकनाचूर हो गया।
68 विधानसभा सीटों वाले हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच जबरदस्त रस्साकशी देखने को मिली| चूंकि बहुमत का आंकड़ा 35 है, वहीं कांग्रेस जहां 30-35 सीटों पर आगे चल रही थी, वहीं भाजपा के पास भी करीब 30 सीटों की बढ़त थी| एक समय दोनों पार्टियां 33-33 पर बराबरी पर थीं। इससे भाजपा की आशा ने सरकार स्थापित करने के लिए जोरदार आंदोलन शुरू कर दिया।
दो प्रमुख दलों, भाजपा और कांग्रेस ने पहले ही समर्थन हासिल करने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया था। दोनों पार्टियों की ओर से निर्दलीय उम्मीदवारों के जीतने के संकेत वाले संपर्क साधे जा रहे थे। क्योंकि संभावना थी कि चुनाव में निर्दलीय किंगमेकर बन जाएगा।
इस बीच हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के फाइनल रिजल्ट में कांग्रेस को 68 में से 40 सीटें मिलीं और तस्वीर साफ हो गई| भाजपा ने 25 सीटें जीतीं और निर्दलीयों को तीन सीटें मिलीं। कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने से उनके लिए सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त हुआ और भाजपा के सपनों पर पानी फिर गया। ।