तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष केसीआर यानी के. चन्द्रशेखर राव महाराष्ट्र में अपनी पार्टी का विस्तार कर रहे हैं| इसी पृष्ठभूमि में आषाढ़ी वारी को सही ठहराते हुए के. चंद्रशेखर राव अपनी पूरी कैबिनेट के साथ पंढरपुर आ रहे हैं| उनके दौरे की आधिकारिक पुष्टि हो गई है| चन्द्रशेखर राव अपने मंत्रिमंडल और साथी विधायकों के साथ 27 जून की सुबह हैदराबाद से सोलापुर के लिए रवाना होंगे| रास्ते में उमरगा में खाना लेंगे और शाम 6 बजे सोलापुर पहुंचेंगे।
इस बीच, के. महाराष्ट्र में चंद्रशेखर राव की पार्टी बीआरएस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनके स्वागत की तैयारी कर रहे हैं| सोलापुर में राव के कार्यकर्ताओं ने उनके स्वागत में होर्डिंग्स लगाए हैं| विधायकों और सांसदों के रहने की भी व्यवस्था की गई है| इस बीच एनसीपी विधायक अमोल मिटकरी ने ट्वीट कर केसीआर पर गंभीर आरोप लगाया है|मिटकरी ने दो तस्वीरें शेयर की हैं| पहली तस्वीर में एक इमारत के बाहर केसीआर के स्वागत वाले बैनर लगे हुए हैं। वहां सुरक्षा गार्ड भी तैनात कर दिए गए हैं|
इससे यह प्रतीत होता है कि इस स्थान पर बीआरएस पदाधिकारियों या नेताओं के रहने की व्यवस्था की गयी होगी| दूसरी फोटो में पैन में मटन की फोटो है| इसके साथ ही मिटकरी ने कैप्शन में कहा है कि मटन का शाही इरादा! क्या इस तरह की बात मुख्यमंत्री केसीआर के लिए उपयुक्त है जब वह पंढरी की वारी पर हैं? किरदारों की भावनाओं से मत खेलो? पंढरपुर आते समय 10 हजार बार सोचें। पंढरी वारी पवित्र है, इसे अपने आचरण से अपवित्र मत करो।
इस बारे में अमोल मिटकरी ने कहा, केसीआर पंढरपुर आ रहे हैं| तेलंगाना से पंढरपुर आते समय रास्ते में वे धाराशिव के उमरगा में रुकेंगे। वहां इस मटन प्लॉट की योजना बनाई गई है| वहां मटन पार्टी करने के बाद वे रात को सोलापुर में रुकेंगे| मूलतः, किसी को क्या खाना चाहिए या क्या पीना चाहिए, इस पर हमारी कोई राय नहीं है। यह उनका निजी सवाल है, लेकिन उनके सोलापुर में रहने के दौरान उनके कार्यकर्ताओं ने एक तरफ अबकी बार किसान सरकार लिखे होर्डिंग लगा दिए हैं| वेलकम टू महाराष्ट्र जैसे होर्डिंग्स लगाए गए हैं| इन होर्डिंग पर पांडुरंगा की तस्वीर देखकर लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं|
अमोल मिटकरी ने कहा, उन्हें (बीआरएस) मटन का दांव लगाना चाहिए, शराब का दांव लगाना चाहिए, इस पर हमारी कोई राय नहीं है| हमारे वारकरी शराब और मांस (मांसाहार) को वर्जित मानते हैं। इस महाराष्ट्र में वारी की बहुत बड़ी परंपरा है। इसलिए उन्हें लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।’ अगर वे ऐसा कुछ करते हैं तो उन्हें कल की डाइट फॉलो करनी चाहिए. कल को वे अपने कार्यकर्ताओं को आते-जाते समय मटन प्लान करने से रोकें|
हमें अपने अनुयायियों की भावनाओं को समझना चाहिए।’ अन्यथा वारकरी को यह बात याद रहेगी. अमोल मिटकरी ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने मुझे वहां की तस्वीरें भेजी हैं| इसलिए मैंने इसे ट्वीट किया| मैंने उनसे यह भी अनुरोध किया है कि कृपया मटन की योजना रद्द कर दें।
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