राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार के सत्ता में आने के ठीक बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राकांपा और अजित पवार को अच्छा झटका दिया है| मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शहरी विकास विभाग के 941 करोड़ के कार्यों को स्थगित कर दिया है। इसमें बारामती नगर परिषद के साथ पुणे को बड़ी रकम मिली। तो यह अजित पवार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
कैबिनेट का विस्तार नहीं होने से वर्तमान में विभागों को मंत्री नहीं मिले हैं। इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शहरी विकास विभाग के मार्च से जून 2022 की अवधि के लिए स्वीकृत 941 करोड़ के कार्यों पर रोक लगा दी है| इसके चलते पुणे और बारामती में कुछ काम ठप्प हो गए हैं। कांग्रेस-राकांपा विधायकों द्वारा सुझाए गए कार्यों को रोक दिया गया है। हालांकि, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायकों द्वारा सुझाए गए कार्यों को मंजूरी दे दी है।
स्वीकृत 941 करोड़ में से 245 करोड़ अकेले बारामती नगर परिषद को बांटे गए। हालांकि, अब जबकि बारामती में काम ठप हो गया है, इसे अजित पवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है|कई विधायकों ने शिकायत की थी कि अजीत पवार महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान धन मुहैया नहीं करा रहे थे। कई विधायकों ने फंड आवंटन पर नाराजगी भी जताई।
यह भी पढ़ें-
अधिक फ़ीस की वजह से आम आदमी से दूर है न्याय: कानून मंत्री रिजिजू