कडू की चेतावनी,अजित दादा को CM बनाया तो गठबंधन में होगा विवाद

विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने दावा किया है कि भाजपा ने अजित पवार के सामने शरद पवार को मुख्यमंत्री के तौर पर अपने साथ लाने की शर्त रखी है| इसलिए अजित पवार के मुख्यमंत्री बनने की चर्चा को और बल मिल रहा है|

कडू की चेतावनी,अजित दादा को CM बनाया तो गठबंधन में होगा विवाद

When Ajit Dada was made the Chief Minister... Bachchu Kadu's direct warning; Spark of controversy in Grand Alliance?

एनसीपी नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के मुख्यमंत्री बनने की चर्चा ने काफी जोर पकड़ लिया है| विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने दावा किया है कि भाजपा ने अजित पवार के सामने शरद पवार को मुख्यमंत्री के तौर पर अपने साथ लाने की शर्त रखी है| इसलिए अजित पवार के मुख्यमंत्री बनने की चर्चा को और बल मिल रहा है| यह चर्चा चल ही रही है कि प्रहार संगठन के नेता और पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने बड़ा दावा किया है| इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि महागठबंधन में विवाद की चिंगारी भड़केगी|

अजित पवार मुख्यमंत्री नहीं होंगे: मान लीजिए अगर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को हटाकर अजित दादा को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो भाजपा को इसके बहुत बड़े परिणाम भुगतने पड़ेंगे| शिंदे शिवसेना छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं.जब भाजपा के साथ कोई नहीं था तो शिंदे उनके साथ आये| उन्होंने बड़ा जोखिम उठाया| बच्चू कडू ने चेतावनी दी है कि अगर एक साल बाद अजित दादा को मुख्यमंत्री बनाया गया तो नतीजे बुरे होंगे| बच्चू कडू के बयान की कई तरह से व्याख्या की जा रही है| कहा जा रहा है कि अगर अजित दादा मुख्यमंत्री बनते हैं तो महागठबंधन में विवाद की चिंगारी भड़क सकती है|
पवार के मन की बात जानना नामुमकिन: चाचा-भतीजे की मुलाकात से भ्रमित होने की कोई वजह नहीं है| हर नेता अपनी पार्टी को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है| उसके साथ कुछ भी गलत नहीं है। हम वही कर रहे हैं| शरद पवार के चरित्र को मापा नहीं जा सकता| बच्चू कडु ने सुझावात्मक बयान दिया कि समुद्र की तलहटी मापी जाएगी, लेकिन शरद पवार के मन में क्या चल रहा था, यह पता नहीं चल सका|
 
एकजुट होंगे चाचा भतीजे: भाजपा ने शायद एनसीपी का दांव खेलने के लिए कदम उठाया है| लेकिन स्थिति ये है कि क्या शरद पवार भाजपा का गेम खेलेंगे| इसलिए फिलहाल असमंजस का माहौल है| जैसा दिखता है वैसा नहीं है| अजित पवार और शरद पवार के बीच कोई विवाद नहीं है| दोनों नेताओं के बीच बातचीत हो रही है| यह स्वभाव है| बच्चू कडू ने यह भी दावा किया कि भले ही अब उनके रास्ते अलग-अलग हैं, लेकिन भविष्य में वे एक साथ आएंगे।
दिव्यांगों के लिए बनाएं नीति: आज से दिव्यांगों के लिए द्वार अभियान शुरू करने का समय आ गया है। दिव्यांगों की समस्याओं के समाधान के लिए पूरे प्रदेश में घूम रहे हैं। हम दिव्यांगों के लिए एक नीति बनाएंगे| उन्होंने बताया कि वह 16 अक्टूबर तक प्रदेश भर में घूमेंगे और दिसंबर तक नीति तैयार करेंगे।
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