“हिम्मत हो तो मविआ से निकलो “: सावरकर मुद्दे पर उद्धव को रामदास कदम की चुनौती

अगर उद्धव ठाकरे को सावरकर पर गर्व है, तो वे कांग्रेस क्यों नहीं छोड़ देते? केवल चेतावनियां क्या हैं? तुम शिवसेना प्रमुख की जीवनदायिनी हो। हिम्मत है तो महाविकास अघाड़ी छोड़ दो।

“हिम्मत हो तो मविआ से निकलो “: सावरकर मुद्दे पर उद्धव को रामदास कदम की चुनौती

"Himmat ho to mavia se nikolo": Ramdas Kadam challenges Uddhav Thackeray on Savarkar issue

मालेगांव के एमएसजी (मसगा) कॉलेज के मैदान में उद्धव ठाकरे की सभा हुई| इस मौके पर बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने कर्जदारों के मुद्दे पर राहुल गांधी को खूब खरी खोटी सुनाई| स्वतंत्रता सेनानी सावरकर हमारे भगवान हैं। उनका अपमान करना स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि हम अपने देवताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस बीच शिंदे गुट के नेता रामदास कदम ने उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा है।
रामदास कदम ने क्या कहा? : अगर उद्धव ठाकरे को सावरकर पर गर्व है, तो वे कांग्रेस क्यों नहीं छोड़ देते? केवल चेतावनियां क्या हैं? तुम शिवसेना प्रमुख की जीवनदायिनी हो। हिम्मत है तो महाविकास अघाड़ी छोड़ दो।
“बालासाहेब उद्धव ठाकरे को कोस रहे होंगे” : “उद्धव ठाकरे कांग्रेस-राष्ट्रवादी नहीं छोड़ सकते। इतनी हिम्मत नहीं है। वह कांग्रेस-राष्ट्रवादी महाराष्ट्र को पुनर्जीवित करना चाहते हैं। दरअसल 2014 में महाराष्ट्र से कांग्रेस-राष्ट्रवादी पार्टी का अंत हो गया। लेकिन उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने और उन्होंने दोनों दलों को पुनर्जीवित कर दिया। उद्धव ठाकरे की ऐसी हरकतों से बालासाहेब की आत्मा आहत हुई है।
उद्धव ठाकरे के माथे पर देशद्रोही की छाप : दरअसल उद्धव ठाकरे के माथे पर देशद्रोही की छाप अब कभी नहीं मिटेगी| भाड़े के सैनिकों को लाना और बांबू के डंठल से चिल्लाना, यह किसी काम का नहीं होगा। उद्धव ठाकरे को अब भगवा झंडा थामने का नैतिक अधिकार नहीं रहा, वह अभी सिर्फ हमारा है। इसलिए अब उद्धव ठाकरे कितना भी चिल्लाएं, जनता उनके साथ नहीं खड़ी होगी।
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