मराठा आरक्षण को लेकर चल रहे आंदोलन के विस्फोटक हो जाने के कारण जिले के सांसदों और विधायकों के आवास समेत पार्टी कार्यालय को पुलिस ने सुरक्षित कर लिया है|मराठा आंदोलन दिन-ब-दिन उग्र होता जा रहा है| मराठवाड़ा में जन प्रतिनिधियों और प्रशासनिक भवनों को कार्यकर्ता निशाना बना रहे हैं|
इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, जिले के सभी विधायकों के आवास और कार्यालयों के सामने पुलिस सुरक्षा तैनात की गई है, जिसमें सांगली और पेड में पालक मंत्री सुरेश खाड़े के आवास, तासगांव में सांसद संजय काका पाटिल के आवास भी शामिल हैं। भाजपा समेत संवेदनशील पार्टियों के दफ्तरों के सामने भी पुलिस तैनात कर दी गई है|
सांगली पुलिस बल के जनसंपर्क अधिकारी और पुलिस निरीक्षक सतीश शिंदे ने कहा कि यह किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस की सतर्कता है। जिले के ग्रामीण इलाकों में मराठा आंदोलन तेज होता नजर आ रहा है| विभिन्न गांवों में मशाल मार्च, शृंखलाबद्ध भूख हड़ताल चल रही है|कस्बे दिगराज में त्रिपक्षीय विरोध प्रदर्शन किया गया।
सांगली-इस्लामपुर राजमार्ग पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया, जबकि मानेराजुरी में चौराहे पर नेताओं की तस्वीर और बस पर लगी तस्वीर पर कालिख लगाकर लटका कर विरोध प्रदर्शन किया गया|बेड़ग में विरोध स्वरूप प्रतीकात्मक पुतला फूंका गया।जाट में सड़क अवरुद्ध होने से गुहागर-विजयपुर मार्ग पर कुछ देर के लिए यातायात बाधित हो गया| सांगली मिराज समेत कई गांवों में कार्यकर्ताओं ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है|
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