28 C
Mumbai
Saturday, September 21, 2024
होमन्यूज़ अपडेट​राष्ट्रपति चुनाव को लेकर संजय राउत का केंद्र पर गंभीर आरोप​ !​

​राष्ट्रपति चुनाव को लेकर संजय राउत का केंद्र पर गंभीर आरोप​ !​

नए संसद भवन के उद्घाटन में यदि स्वयं राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया जाता है तो यह न केवल गंभीर मामला है बल्कि हास्यास्पद भी है। संसद का उद्घाटन देश के राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री बाद में आते हैं। लोकसभा अध्यक्ष बाद में आते हैं। चुनाव के लिए हर चीज का राजनीतिकरण किया जाना चाहिए और केवल मैं, मैं और मैं। यह उस मुझ पर कहर है।"

Google News Follow

Related

केंद्र में भाजपा सरकार के नौ साल पूरे होने की पृष्ठभूमि में नए संसद भवन का उद्घाटन किया जाएगा। यह बात सामने आई है कि भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस उद्घाटन में आमंत्रित नहीं किया गया था। इसको लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है|अब ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने भी केंद्र की आलोचना की है। आज मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी बड़ा दावा किया है|
संजय राउत ने कहा, ”राहुल गांधी द्वारा उठाई गई बात से हम सहमत हैं|भारतीय संसद का प्रमुख राष्ट्रपति होता है। राष्ट्रपति संसद और लोकतंत्र का संरक्षक होता है। नए संसद भवन के उद्घाटन में यदि स्वयं राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया जाता है तो यह न केवल गंभीर मामला है बल्कि हास्यास्पद भी है। संसद का उद्घाटन देश के राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री बाद में आते हैं। लोकसभा अध्यक्ष बाद में आते हैं। चुनाव के लिए हर चीज का राजनीतिकरण किया जाना चाहिए और केवल मैं, मैं और मैं। यह उस मुझ पर कहर है।”
“सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है। इस देश की संसद अगले 100 वर्षों तक चलती। दुनिया में ऐसी इमारतें हैं जो हमसे भी पुरानी हैं। लेकिन हमारी केवल राजनीतिक इच्छा है और मैंने यह नया इतिहास रचा। संजय राउत ने इस बात की भी आलोचना की कि लाखों करोड़ रुपये खर्च करके और लोगों के पैसे को कुचलकर यह दिखाने के लिए कि मैंने नई दिल्ली बनाई है, यह नई इमारत कोरोना काल में बनी है|
“राष्ट्रपति के बिना संसद का खुलना लोकतांत्रिक चिंता का विषय है। कांग्रेस की भूमिका देश की भूमिका है। पिछले नौ वर्षों में राष्ट्रपति का बार-बार अपमान किया गया है। संजय राउत ने इस दौरान यह भी गंभीर आरोप लगाया कि जो लोग अन्याय के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे, सवाल नहीं पूछेंगे, जवाब नहीं मांगेंगे, उन्हें ही पिछले दो युगों में अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया जा रहा है.
नहीं झुकेंगे जयंत पाटिल-संजय राउत: दबाव की राजनीति चल रही है। यदि आप हमारी इच्छा के अनुसार व्यवहार नहीं करते हैं, यदि आप पार्टी में शामिल नहीं होते हैं, तो हम आपको ED के माध्यम से परेशान करेंगे। मराठा बानी जैसे जयंत पाताल के लोग जो दब्बू नहीं हैं अब भुगत रहे हैं, जो हमने भी झेला है। इस देश में लोकतंत्र कहां है? महाराष्ट्र में लोकतंत्र कहां है? यह सरकार सरकारी व्यवस्थाओं का दुरुपयोग करके आई है। अब से यह जारी रहेगा। संजय राउत ने कहा, लेकिन आप कितनी भी तकलीफ दें, इस राज्य में कुछ लोग ऐसे हैं जो आपके आगे नहीं झुकेंगे।
यह भी पढ़ें-

“लाओ मोहर, मैं लिख देता हूँ, मविआ…”, अजित पवार का स्पष्ट रुख !

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,378फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
178,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें