कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने साफ किया कि वह 22 तारीख को अयोध्या कार्यक्रम में नहीं जाएंगे क्योंकि यह मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का राजनीतिक कार्यक्रम है| उन्होंने यह भी कहा कि जो भी इस कार्यक्रम में जाना चाहता है वह जाए| इससे पहले कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी साफ कर दिया था कि वे अयोध्या कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे| राहुल गांधी इस बात को लेकर बड़ा ऐलान किया है कि अयोध्या में राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल होंगे या नहीं|
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू हो गई है| यात्रा नागालैंड के कोहिमा तक पहुंच गई है| उस वक्त बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि राम मंदिर के उद्घाटन से जुड़े कार्यक्रम को लेकर हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण लोगों ने भी सवाल उठाए हैं| यह कार्यक्रम अब धार्मिक नहीं बल्कि चुनाव से जुड़ा हो गया है| कांग्रेस अध्यक्ष ने न जाने का फैसला किया है| हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी पार्टी और गठबंधन के जो लोग जाना चाहते हैं वे वहां जा सकते हैं। कांग्रेस की न्याय यात्रा अयोध्या के रास्ते में नहीं है| इसलिए राहुल गांधी ने कहा कि वह सिर्फ इस यात्रा पर फोकस करेंगे और अयोध्या नहीं जाएंगे|
‘इंडिया’ भाजपा से मुकाबला करने को तैयार: राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि इंडिया अघाड़ी भाजपा से मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार है| भारत जोड़ो न्याय यात्रा विचारधारा की यात्रा है| ‘इंडिया’ अघाड़ी अच्छे से चुनाव लड़ेगी और जीतेगी| न्याय यात्रा सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय के लिए है और इसमें जाति जनगणना जैसे कई मुद्दे हैं। पश्चिम बंगाल में भारत के गठबंधन के सवाल पर उन्होंने आगे कहा, ”हम बंगाल में अपने सहयोगियों के साथ चर्चा कर रहे हैं| फिलहाल सीट बंटवारे पर चर्चा चल रही है और कोई जटिलता नहीं है| हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि सीट बंटवारे को लेकर दिक्कतें हैं|
भाजपा के मॉडल को नफरत का मॉडल बताते हुए राहुल गांधी ने कहा, भारत की सरकार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), दलित और आदिवासियों द्वारा नहीं चलती है| उनके खिलाफ हो रहे अन्याय से नफरत बढ़ रही है| हमें विश्वास है कि हमारी जो भी छोटी-मोटी समस्याएं होंगी, उनका समाधान हो जाएगा और हम भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे|
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