हिंदू मंदिर पर हमले से नाराज भारत, प्रधानमंत्री मोदी के बाद विदेशमंत्री एस जयशंकर का आया स्टेटमेंट!

हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं। हिंसा के ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं करेंगे...

हिंदू मंदिर पर हमले से नाराज भारत, प्रधानमंत्री मोदी के बाद विदेशमंत्री एस जयशंकर का आया स्टेटमेंट!

India angry over the attack on Hindu temple, after Prime Minister Modi, Foreign Minister S Jaishankar's statement came!

कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर पर कनाडाई सरकार द्वारा पोषीत खालिस्तानियों के हमले को लेकर पूरे भारत में आक्रोश है। इस घटना पर सोमवार (4 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने हिंदू मंदिर पर हुए हमले को खेदपूर्ण और चिंताजनक बताया है।

ट्रुडो की स्वार्थ के राजनीती से कनाडा और भारत में तनावपूर्ण रिश्ते बने है, इसीका नतीजा है की कनाडा पुलिस में शामिल खालिस्तानियों की मदद से ब्रैम्पटन में हिंदुओं को निशाना बनाया गया। दरम्यान हिंदुओं पर हो रहे हमले को लेकर भारत सख्त है और ट्रूडो सरकार से एक्शन की मांग कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए ट्रुडो सरकार को सख्त सन्देश दिया है कि हिंसा के ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है, “मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं। हिंसा के ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि कनाडाई सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का शासन कायम रखेगी।”

इसी के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी खालिस्तानी हमले को चिंताजनक बताया है, उन्होंने कहा, “कनाडा में हिंदू मंदिर में कल जो हुआ वह बेहद चिंताजनक है… आपको हमारे आधिकारिक प्रवक्ता का बयान और कल हमारे प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्त की गई चिंता भी देखनी चाहिए थी। इससे आपको पता चल जाएगा कि हम इस घटना के बारे में कितनी गहरी भावना रखते हैं।” विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों के बढ़ते प्रभाव के ओर निशाना दिखाया है। भारत विरोधी गतिविधियों में सक्रिय चरमपंथी समूहों को कनाडा में मिलती राजनीतिक जगह को लेकर उनका रुख था। उन्होंने इसे गंभीर चिंता का विषय बताते हुए कहा कि ऐसे तत्वों को प्रोत्साहित करना भारत के लिए अस्वीकार्य कहा है। उन्होंने इस बात को दोहराया है की, यह घटनाएं दोनों देशों के रिश्तों को और ज्यादा तनावपूर्ण बना रही हैं।

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इसी के साथ विदेश मंत्रालय ने कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंता व्यक्त की है। यह घटना भारत और कनाडा के बीच बढ़ते राजनयिक विवाद के बीच हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘हम ब्रैम्पटन, ओंटारियो में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं। हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि हिंसा में शामिल लोगों पर मुकदमा चलाया जाएगा। हम कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं। भारतीयों और कनाडाई नागरिकों को समान रूप से सेवाएं प्रदान करने के लिए हमारे वाणिज्य दूतावास अधिकारियों के कदम धमकी, उत्पीड़न और हिंसा से नहीं डरेंगे।”

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