​​​भारत-चीन सीमा विवाद: ​​सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी;​ पहले की तरह भारतीय ​सेना कर ​सकेगी​ गश्त ​!

दोनों देशों ने इस इलाके में सेना भी वापस बुला ली है| साथ ही इस क्षेत्र में अस्थायी चौकियों को हटाने की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है|

​​​भारत-चीन सीमा विवाद: ​​सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी;​ पहले की तरह भारतीय ​सेना कर ​सकेगी​ गश्त ​!

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भारत और चीन के बीच 2020 से जारी सीमा विवाद अब खत्म होने वाला है। दोनों देश विवादित क्षेत्र से अपने सैनिकों को हटाने और क्षेत्र में अस्थायी चौकियों को हटाने पर सहमत हुए हैं।भारत और चीन के बीच 2020 से चल रहा सीमा विवाद अब खत्म होने जा रहा है। दोनों देश विवादित क्षेत्र से अपने सैनिकों को हटाने और क्षेत्र में अस्थायी चौकियों को हटाने पर सहमत हुए हैं।

इस संबंध में सेना के सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि दोनों देशों ने इस इलाके में सेना भी वापस बुला ली है| साथ ही इस क्षेत्र में अस्थायी चौकियों को हटाने की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है| अब दोनों देशों के अधिकारी इन इलाकों का निरीक्षण कर रहे हैं| इस निरीक्षण के दौरान ड्रोन की भी मदद ली जा रही है|

इस निरीक्षण प्रक्रिया के पूरा होने के बाद भारतीय सैनिक पहले की तरह गश्त कर सकेंगे|हालांकि, भारतीय सैनिकों को चीनी सैनिकों को इसकी पूर्व जानकारी देना अनिवार्य है। इसका मकसद पेट्रोलिंग के दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच किसी भी तरह के तनाव से बचना है| अहम बात यह है कि सेना के सूत्रों ने बताया है कि अरुणाचल प्रदेश सीमा पर विवादित इलाकों में भी ऐसी ही व्यवस्था लागू करने की कोशिश है|

दरअसल, मई 2020 से ही भारत और चीन की सेनाओं के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है| जून 2020 में गलवान घाटी में झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो गया| इससे 20 जवान शहीद हो गये. चीन के भी कई सैनिक मारे गये| यह दशकों में सबसे भयानक संघर्ष था।

भारत का मानना था कि जब तक चीन के साथ संबंध सामान्य नहीं हो जाते, सीमा पर शांति असंभव है। इसके लिए भारत ने देपसांग और डेमचोक इलाके से चीनी सैनिकों को हटाने के लिए दबाव बढ़ा दिया था| कई दौर की बातचीत के बाद दोनों देश कुछ दिन पहले इलाके से सेना हटाने पर सहमत हुए थे|

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