भारतीय अप्रवासी मुद्दा: ट्रम्प के एक्शन से भारत में राजनीतिक घमासान शुरू! 

देश से बाहर जाने वाले भारतीयों को सुचारु सुविधा प्रदान की जाए, जिससे इस प्रकार की घटनाये ना हो सकें। 

भारतीय अप्रवासी मुद्दा: ट्रम्प के एक्शन से भारत में राजनीतिक घमासान शुरू! 

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पिछले दिनों ट्रम्प सरकार ने कई अप्रवासियों को अमेरिका से बहार भेजना शुरू कर दिया है, जिसमें 104 भारतीय अप्रवासी भी हैं| ऐसे में विपक्ष ने मौजूदा सरकार को घेरते हुए कई सवाल खड़े कर दिए हैं| दरअसल अमेरिका में बढ़ते अपराधों के चलते अमेरिकी सरकार ने निर्णय लिया कि वे उन सभी आप्रवासियों को गुआंतानामो जेल भेज देंगे, जिनके पास उपयुक्त दस्तावेज़ नहीं हैं| 

अमेरिका में रहने वाले ऐसे कई अप्रवासी भारतीय हैं, जिनके पास दस्तावेज़ पूरे नहीं हैं| भारत सरकर से बातचीत के बाद दोनों देशो के बीच यह तय हुआ था कि सभी भारतीय आप्रवासियों को भारत वापस भेज दिया जायेगा और भारत सरकार उन्हें अपना लेगी| इसी कारण अमेरिका का मिलिट्री विमान भारतीयों के दस्ते को लेकर भारत उतरा। लेकिन भारतीयों की हालत को देखकर देश में राजनीतिक घमसान शुरू हो गया है| 

विपक्ष सरकार को घेरते हुए पूछ रहा है कि क्या सरकार को यह बात पता थी कि आने वाले भारतीयों को बंदियों की तरह भेजा जाएगा,जो कि बिल्कुल अमानवीय है और अंतर्राष्ट्रीय नियमों के विरुद्ध है|अमृतसर में उतरने वाले इस विमान से जब भारतीय बाहर निकले तो हंगामा मच गया, प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए सभी भारतीयों को प्रशासनिक कार्यवाही के बाद अपने अपने गंतव्यों तक पहुँचाने का काम शुरू कर दिया और सरकार की ओर से सभी संभव सहायता देने की बात की जा रही है|

लेकिन मिलिट्री विमान से भारतीयों को भेजने के निर्णय पर विपक्षी नेता मनीष तिवारी, शशि थरूर और अन्य नेताओं का कहना है कि ट्रंप की यह हरकत भारत और मौजूदा सरकार की नाकामी का और उनकी बेइज्जती का प्रमाण है| इससे यह साबित होता है अमेरिका की नज़रों में भारत के लिए कोई संवेदना नहीं है और ऐसे में भारतीय प्रधानमंत्री के अमेरिकी राष्ट्रपति से सम्बन्ध भी सवालों के घेरे में आ खड़े होते हैं| इसके विरोध में विपक्ष ने संसद के बाहर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है| पूरा विपक्ष इस मामले एक साथ खड़ा होता नज़र आ रहा हैं|

ट्रंप ने सरकार बनाते ही अपने वादों पर काम करना शुरू कर दिया है, जिसमें से एक प्रमुख मुद्दा था अप्रवासियों को देश से बाहर करना| ट्रंप के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका में अप्रवासियों की संख्या बहुत बढ़ गयी है, जिससे जुर्म भी बढ़ गए थे इसलिए यह ज़रूरी था कि सभी अप्रवासियों के दस्तावेज़ो को चेक किया जाये और जिनके पास पूरे दस्तावेज़ न हो उन्हें वापस भेज दिया जाये| इसका प्रमाण चैन में बंधे और हथकड़ी लगे भारतियों के आगमन से मिल गया है| 

सरकार के प्रयासों और दोनों देशो के प्रमुख के बीच हुई बातचीत का क्या और कितना असर हुआ है यह आंकलन करना अभी थोड़ा मुश्किल है,लेकिन सरकार की पूरी कोशिश है कि सभी भारतीय सुरक्षित वापस आ जाये| और देश से बाहर जाने वाले भारतीयों को सुचारु सुविधा प्रदान की जाए, जिससे इस प्रकार की घटनाये ना हो सकें। 

राजनीतिक रूप से इसका क्या निष्कर्ष होगा यह तय कर पाना अभी थोड़ा मुश्किल है क्योंकि सरकार की तरफ से अभी कोई औपचारिक वक्तव्य नहीं आया है|विपक्ष के कटाक्ष और देश के सवालों का जवाब सरकार कैसे देती है यह देखने योग्य होगा| फिलहाल ट्रंप प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए डंकी माध्यम से भारतीयों को बाहर भेजने और कई लोगो को हिरासत में लेना शुरू कर दिया है|

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