भारत के विदेश मंत्रालय ने कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो को उनके अपमानजनक व्यवहार के लिए फटकार लगाई है। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने स्वीकार किया कि उन्होंने भारत पर खालिस्तानी हरदीप निज्जर की हत्या का आरोप लगाया है उसके ‘ठोस सबूत’ उनके पास नहीं थे।
जस्टिन ट्रूडो ने अपने एक साक्षात्कार में कहा कि, जब उन्होंने हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था तब उनके पास भारत में निज्जर की हत्या का संकेत देने के लिए कोई सबूत नहीं था। ट्रूडो ने कहा, “उन्होंने (भारत ने) हमसे सबूत साझा करने के लिए कहा और उस समय, यह कमजोर खुफिया जानकारी थी और ठोस सबूत नहीं था।” उन्होंने पुष्टि की कि निज्जर की हत्या में भारतीय संलिप्तता के आरोप सबूत के साथ समर्थित नहीं थे।
दरम्यान भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्रुडो की हरकतों के लेकर चिंता जताई है, विदेश मंत्रालय ने भारत-कनाडा के बिगड़े संबंधो के लिए जस्टिन ट्रुडो को जिम्मेदार बताया है। विदेश मंत्रालय ने कहा है, “आज हमने जो सुना है वह केवल उस बात की पुष्टि करता है जो हम लगातार कहते आ रहे हैं – कनाडा ने भारत और भारतीय राजनयिकों के खिलाफ लगाए गए गंभीर आरोपों के समर्थन में हमें कोई भी सबूत पेश नहीं किया है। इस अभद्र व्यवहार से भारत-कनाडा संबंधों को जो नुकसान हुआ है, उसकी जिम्मेदारी अकेले प्रधान मंत्री ट्रूडो की है।”
Our response to media queries regarding PM of Canada's deposition at the Commission of Inquiry: https://t.co/JI4qE3YK39 pic.twitter.com/1W8mel5DJe
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) October 16, 2024
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ट्रुडो के आरोपों से व्यथित भारत ने छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित किया। भारत सरकार ने उन्हें 19 अक्टूबर की रात 12 बजे तक भारत छोड़ने के आदेश दिए है। साथ ही भारत ने कनाडा से अपने उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला लिया है। भारत-कनाडा के संबंध जस्टिन ट्रुडो के बेबुनियादी बयानों से लगातार ख़राब हो रहें है।