इस पहल का उद्देश्य दिल्लीवासियों को जलभराव की शिकायतों के लिए एकल संपर्क नंबर प्रदान करना और सभी संबंधित विभागों को एक साथ लाना है।
प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली के लिए हमारा विजन यह है कि तीनों सरकारें एक ही पार्टी की हैं, इसलिए उनके बीच समन्वय बहुत अच्छा है। अभी, कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं है। चार दिन पहले हमने जो आंधी-तूफान देखा, उसमें हमने देखा कि हर विभाग का अपना शिकायत केंद्र है, जहां कॉल आती है। हम एक एकीकृत प्रणाली बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हम दिल्लीवासियों को जलभराव की शिकायतों के लिए एक नंबर देंगे, जिसके जरिए कॉल संबंधित विभाग को डायवर्ट की जाएगी। मुख्यमंत्री स्थिति की निगरानी और निर्देश देने के लिए इस सेंटर का उपयोग कर सकती हैं।”
उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा, पूरी दिल्ली से सीसीटीवी फुटेज को इस सेंटर में एकत्रित किया जाएगा ताकि स्थिति पर त्वरित नजर रखी जा सके। पंप स्टेशनों को स्वचालित करने की दिशा में भी काम चल रहा है। इसके लिए मौजूदा 311 हेल्पलाइन का उपयोग किया जा सकता है। अगले दो-तीन दिनों में सभी संबंधित विभागों के साथ बैठक होगी|
उन्होंने विश्वास जताया कि यह एकीकृत व्यवस्था दिल्लीवासियों को मानसून के दौरान होने वाली परेशानियों से राहत दिलाएगी।
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