अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर 13 जुलाई को हमला हुआ था|इस हमले में ट्रंप बाल-बाल बच गए|एक शूटर ने उन्हें राइफल्स से गोली मारी थी|इसके बाद सीक्रेट सर्विस के सुरक्षा अधिकारियों ने तुरंत उनके चारों ओर घेरा बना लिया और उन्हें तत्काल घटनास्थल से दूर ले गए|अब चर्चा है कि इस हमले के पीछे ईरानी कनेक्शन है|
डोनाल्ड ट्रंप की रैली में क्या हुआ?: डोनाल्ड ट्रंप पेंसिल्वेनिया में ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर बोल रहे थे।उसी दौरान उन पर फायरिंग कर दी गयी|गोली उसके कान को छूती हुई निकल गयी|तुरंत ट्रंप झुक गए|इसके बाद उन्हें सीक्रेट सर्विस के सुरक्षा गार्डों ने घेर लिया। इनके चारों ओर सुरक्षा घेरा बनाकर इन्हें इस स्थान से हटाया गया। इसके बाद हमलावर भी मारा गया| इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई|
ट्रंप की सुरक्षा का जिम्मेदार कौन?: डोनाल्ड ट्रंप को सीक्रेट सर्विस द्वारा सुरक्षा प्रदान की जाती है। रिपब्लिकन पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि अभी हम घटना की जांच कर रहे हैं, जब ट्रंप मीटिंग कर रहे थे तो हमलावर इमारत की छत पर कैसे पहुंच गया? हम इसकी भी जांच कर रहे हैं|रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर ने कई राउंड फायरिंग की। इस हमले में डोनाल्ड ट्रंप बाल-बाल बच गए| इसके बाद सीक्रेट सर्विस के सुरक्षा गार्डों को शामिल कर डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गई| क्यों चर्चा हो रही है कि इस हमले के पीछे ईरान का हाथ है?
ऐसी चर्चा क्यों है कि डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के पीछे ईरान का हाथ है?: ऐसी चर्चा है कि डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के पीछे ईरान का हाथ है, क्योंकि ईरान जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेना चाहता है| इसलिए चर्चा है कि ईरान ने ट्रंप पर हमले की साजिश रची है| सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों को गुप्त सूचना मिली थी कि डोनाल्ड ट्रंप को मारने की साजिश रची जा रही है| साथ ही हमले के बाद भी उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है|
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