इजरायल और हमास युद्ध:  छह पक्षीय समझौते में क्या हुआ?

लगातार हमलों के कारण गाजा पट्टी पर मानवीय सहायता नहीं पहुंच पा रही है​|परिणामस्वरूप कई नागरिक बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं। इस पृष्ठभूमि में दुनिया भर से मांग उठ रही थी कि इजरा​य​ल को युद्ध विराम करना चाहिए​|​ वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक इस पृष्ठभूमि में एक अहम समझौता हुआ है​|

इजरायल और हमास युद्ध:  छह पक्षीय समझौते में क्या हुआ?

Israel and Hamas war: What happened in the six-party agreement between Israel, US and Hamas?

इजराल गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से पर लगातार हमले कर रहा है​|इजराइल की सेना शिफा अस्पताल के बेस पर स्थित ‘हमास कमांड सेंटर’ पर नज़र रख रही है। इजराइल का आरोप है कि यह अड्डा हमास अस्पताल के बेसमेंट में है।हमास और अस्पताल के कर्मचारियों ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई कमांड सेंटर नहीं है। लगातार हमलों के कारण गाजा पट्टी पर मानवीय सहायता नहीं पहुंच पा रही है​|परिणामस्वरूप कई नागरिक बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं। इस पृष्ठभूमि में दुनिया भर से मांग उठ रही थी कि इजराल को युद्ध विराम करना चाहिए|वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक इस पृष्ठभूमि में एक अहम समझौता हुआ है​|
गाजा में बंधक बनाई गई दर्जनों महिलाओं और बच्चों को मुक्त कराने के लिए अमेरिका, इजरायल और हमास एक अस्थायी समझौते पर पहुंचे हैं। इसके अनुसार पांच दिनों तक युद्ध बंद रहेगा|वाशिंगटन पोस्ट ने इस समझौते से जुड़े अधिकारियों की जानकारी के आधार पर यह खबर दी है​|
युद्ध विराम के लिए छह पन्नों के समझौते पर हस्ताक्षर किये गये। समझौते की शर्तों के तहत, युद्ध में शामिल सभी पक्ष कम से कम पांच दिनों के लिए युद्ध संचालन बंद कर देंगे। साथ ही, समझौते में यह शर्त लगाई गई कि हर 24 घंटे में 50 या अधिक बंधकों को छोटे बैचों में रिहा किया जाएगा। पोस्ट समाचार साइट ने कहा कि संघर्ष विराम से महत्वपूर्ण मानवीय सहायता मिलने की उम्मीद है, जिसकी निगरानी हवाई निगरानी द्वारा की जाएगी।यह स्पष्ट नहीं है कि समझौते के तहत गाजा में कैद 239 लोगों में से कितने लोगों को रिहा किया जाएगा। व्हाइट हाउस या इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई।
अगले कुछ दिनों में बंधकों की रिहाई शुरू हो सकती है​|समझौते से परिचित लोगों के अनुसार,7 अक्टूबर तक हमास ने लगभग 240 बंधकों को बना लिया है।इसमें 1,200 इजरायली और 11,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं​|युद्ध का खामियाजा बच्चों और महिलाओं को भुगतना पड़ता है।
​यह भी पढ़ें-

छठ पर्व: छठ पूजा के अवसर पर पूजन सामग्री का वितरण

Exit mobile version