दिल्ली से लगे हरियाणा प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले सियासी घमासान मचा हुआ है|जननायक जनता पार्टी और भाजपा के समर्थन से राज्य में भाजपा की सरकार स्थापित हुई थी| हरियाणा के मुख्यमंत्री व भाजपा नेता मनोहर लाला खट्टर के स्थान पर किसी नए सीएम चेहरे को स्थापित कर सकती है| जेजेपी के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चोटाला पूरी तरह किनारा करते हुए भाजपा निर्दलीयों के समर्थन से राज्य में सरकार बनाने की कवायद में जुट गयी है|
बात दें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मंत्रिमंडल के समक्ष सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है| इससे पहले वे चंडीगढ़ के हरियाणा निवास में भाजपा और निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक की और राजभवन जाकर इस्तीफा भी सौंप दिया| इसके बाद भाजपा इन्हीं निर्दलीय विधायकों के समर्थन से हरियाणा में नई सरकार बना सकती है| साथ जेजेपी के भी लगभग 7 विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा की सरकार को समर्थन कर सकती हैं|
राजनीति सूत्रों के अनुसार जननायक जनता पार्टी के विधायक जोगी राम सिहाग भी भाजपा की बैठक में उपस्थित थे| इसके कारण यह कयास लगाया जा रहा है कि दुष्यंत चौटाला के खेमे में सेंधमारी की अटकलों का बाजार गर्म हो गया है|
हरियाणा सरकार में पूर्व मंत्री और भाजपा नेता कंवरपाल गुर्जर ने खट्टर के ही दोबारा सीएम बनने के संकेत दे दिए हैं। भाजपा नेता हरियाणा के नए सीएम को लेकर कहा कि सीएम साहब ही सीएम साहब रहेंगे। बहरहाल, राज्य में मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर राज्य स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है।
बता दें की वर्ष 2019 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा के पास 41 कांग्रेस के पास 30 और जेजेपी के पास 10 विधायक हैं। इनके अलावा निर्दलीय विधायक 7 और इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) और हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक विधायक है। मजे की बात यह है कि दुष्यंत चौटाला की जेजेपी इनेलो से ही निकलकर बनी है।
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