एनसीपी में विभाजन को दो महीने से ज्यादा समय हो गया है| कुछ नेताओं को छोड़कर कौन सा विधायक किस गुट का है, इसकी तस्वीर अभी तक साफ नहीं हो पाई है। इसे लेकर राजनीतिक नेताओं समेत लोगों में असमंजस की स्थिति है| दोनों गुट दावा कर रहे हैं कि पार्टी में कोई फूट नहीं है|ऐसे कुल मिलाकर चुनाव आयोग ने मान लिया है कि एनसीपी में फूट पड़ गई है| साथ ही दोनों समूहों को छह अक्टूबर को सुनवाई के लिए बुलाया है|
इस घटना के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार ग्रुप) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने केंद्रीय चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं| शरद पवार ने चुनाव आयोग से कहा था कि एनसीपी में कोई फूट नहीं है, फिर भी जयंत पटल ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने टूट को लेकर सुनवाई की तारीख दे दी है| वह मीडिया से बात कर रहे थे|
चुनाव आयोग की सुनवाई पर टिप्पणी करते हुए जयंत पाटिल ने कहा, ”शरद पवार ने चुनाव आयोग को जो जवाब दिया है| इसमें उन्होंने कहा था कि एनसीपी में कोई विवाद नहीं है| किसी ने मेरा विरोध नहीं किया|किसी ने सार्वजनिक तौर पर मेरी नीतियों का विरोध नहीं किया| किसी ने अलग सुर नहीं अपनाया| हजारों लोगों की मौजूदगी में मुझे राष्ट्रपति चुना गया| शरद पवार ने चुनाव आयोग को लिखे अपने पत्र में तमाम मुद्दे उठाए थे|
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