कर्नाटक विधानसभा चुनाव का फैसला आज होगा और मतगणना के शुरुआती दौर में कांग्रेस आगे चल रही है. भले ही एग्जिट पोल ने गतिरोध की भविष्यवाणी की थी, लेकिन कांग्रेस को अधिक सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई थी। इस पृष्ठभूमि में जहां कांग्रेस कर्नाटक चुनाव में स्पष्ट बहुमत का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर भाजपा के केंद्रीय नेता ने भाजपा की जीत का दावा किया है| इसके लिए इस नेता ने पिछले तीन चुनावों के आंकड़े पेश किए हैं|
कांग्रेस के पास ज्यादा वोट और भाजपा के पास ज्यादा सीटें पिछले तीन चुनावों के आंकड़े पेश करते हुए भाजपा के आईटी विभाग के राष्ट्रीय प्रमुख अमित मालवीय ने गणित किया है| इस संबंध में उन्होंने एक विस्तृत ट्वीट किया है, जिसमें अमित मालवीय ने दावा किया है कि पिछले कुछ चुनावों में कांग्रेस को अधिक वोट मिलने के बावजूद भाजपा को अधिक सीटें मिल रही हैं|
All Exit Polls depend on vote percent. At 73.19%, Karnataka has seen the highest voting percentage, ever.
Lets look at the vote share and seats won by BJP and INC, the two main parties in fray, in previous elections.
In 2008, BJP won 110 seats with vote share of 33.86%,…
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 12, 2023
क्या कहता है ट्वीट?: भाजपा ने 2008 में 110 सीटें जीती थीं, लेकिन पार्टी को 33.86 फीसदी वोट मिले थे|वहीं कांग्रेस को 34.76 फीसदी वोट मिलने के बावजूद महज 80 सीटें मिलीं।2018 में जब भाजपा ने 104 सीटें जीती थीं तो पार्टी को 36.22 फीसदी वोट मिले थे|लेकिन दूसरी ओर कांग्रेस 38.14 प्रतिशत सीटें पाकर भी 80 सीटें ही जीत सकी।
2013 अपवाद !: इस बीच, मालवीय यह भी बताते हैं कि 2013 के चुनाव इस प्रवृत्ति के अपवाद थे। “2013 में, भाजपा और कर्नाटक जनता पार्टी के बीच हिंदू वोटों के विभाजन से कांग्रेस को फायदा हुआ। नहीं तो कांग्रेस को कितने प्रतिशत वोट मिलें, वह कभी भी 80 सीटों से ऊपर नहीं उठ पाई| मालवीय ने यह भी दावा किया है|
अमित मालवीय ने एक ट्वीट में कहा कि 2023 के एग्जिट पोल में भाजपा को 37 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है| कांग्रेस को 40 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। यह 3 प्रतिशत का अंतर है। इसलिए, कोई भी अनुमान लगा सकता है कि परिणाम क्या होगा।
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