कर्नाटक सरकार को वास्तव में दो राज्य मंत्रियों की बेलगाम यात्रा के संबंध में एक समझौतावादी रुख अपनाना चाहिए था| लेकिन इस दौरे से कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए मंत्री का दौरा स्थगित कर दिया गया है| मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आश्वासन दिया कि मंत्री सीमावर्ती इलाकों में मराठी भाइयों से मुलाकात करेंगे और राज्य सरकार मराठी भाषियों के साथ मजबूती से खड़ी है|
मुख्यमंत्री शिंदे दिल्ली दौरे पर हैं| वे कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के आक्रामक रुख पर टिप्पणी करने से परहेज किया। हालांकि, उन्होंने परोक्ष रूप से यह कहकर बोम्मई को तमाचा जड़ दिया कि ‘सिर्फ बेलगाँव में ही नहीं, बल्कि देश के किसी भी हिस्से में कोई किसी को नहीं रोक सकता’| बोम्मई ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के मंत्रियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में नहीं आना चाहिए, कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है, महाराष्ट्र के मंत्रियों के यहां आने का यह सही समय नहीं है|
उद्धव ठाकरे गुट ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार बेलगाम मुद्दे पर गलत रुख अख्तियार कर रही है। उस पर बेलगाम को लेकर कुछ लोग विरोध कर रहे हैं, वे बस इतना ही कहना चाहते हैं कि वे हमें आक्रामकता दिखाना नहीं सिखाएं| बेलगाम मामले में मुझे 40 दिनों तक जेल में रखा गया।
जब वे मुख्यमंत्री (उद्धव ठाकरे) थे, तब बेलगाम के लोगों को योजनाओं की सब्सिडी बंद कर दी गई थी। वर्तमान सरकार ने संबंधित योजनाओं को फिर से शुरू किया है। शिंदे ने कहा कि म्हैसल सिंचाई योजना का विस्तार सीमावर्ती गांवों में भी किया जा रहा है, जिसके लिए राज्य सरकार 2000 करोड़ रुपये दे रही है|
महाविकास अघाड़ी के घटक दलों ने मुंबई में एक विशाल रैली करने का फैसला किया है। इस पर शिंदे ने विपक्ष से कहा कि ये पार्टियां उन्हें विराट मोर्चा के लिए शुभकामनाएं देती हैं|
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