कांग्रेस ने अब तक विधानसभा उम्मीदवारों की दो सूचियों की घोषणा की है। इनमें से 124 उम्मीदवारों की पहली सूची 25 मार्च को और 42 उम्मीदवारों की दूसरी सूची 6 अप्रैल को जारी की गई थी| अब तक कुल 166 उम्मीदवारों की घोषणा की जा चुकी है। जिनमें से 43 लिंगायत समुदाय से हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने लिंगायत समुदाय के 43 उम्मीदवारों को मौका दिया था। वह नंबर अब दूसरी लिस्ट में ही आ गया है। अगली सूची में लिंगायत समुदाय के कुछ और उम्मीदवारों को मौका दिया जा सकता है।
भाजपा में लिंगायत समुदाय के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा को इस चुनाव से दूर रखा गया है| इसलिए उनका मुख्यमंत्री पद पर कोई दावा नहीं है। कांग्रेस में लिंगायत समुदाय के नेताओं ने अनुमान लगाया है कि इससे लिंगायत समुदाय में नाराजगी हो सकती है। इस मौके का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा लिंगायत उम्मीदवारों को टिकट दे रही है। फिर भी कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के तौर पर लिंगायत समुदाय का चेहरा सामने नहीं रखा है|
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