कनाडा: खालिस्तानियों के मोर्चे में, ट्रुडो जिंदाबाद के लगे नारे, मोदी का पुतला और झंडा फाड़ा!

खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंग पन्नू द्वारा स्थापित 'सिख फॉर जस्टिस' प्रतिबंधित संगठन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के संपर्क में होने का खुलासा खुद पन्नू ने किया था

कनाडा: खालिस्तानियों के मोर्चे में, ट्रुडो जिंदाबाद के लगे नारे, मोदी का पुतला और झंडा फाड़ा!

Khalistanis' front in Vancouver, Canada, slogans of Trudeau Zindabad, Modi's effigy, Indian flag torn!

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के खालिस्तानी प्रेम के कारण भारत-कनाडा के रिश्ते ख़राब हो चुके है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कोई ठोस सबूत न होने के बावजूद भारत के राजनयिकों और भारत के ख़ुफ़िया विभाग पर हरदीप सिंग निज्जर के खून का इल्जाम लगाने को लेकर जस्टिन ट्रुडो को इन बिखरते रिश्तों को जिम्मेदार माना है। वहीं गैंगवॉर में निज्जर की हत्या के 16 महीनों के बाद वेंकुवर में खालिस्तानियों ने मोर्चे निकाले है।

दरम्यान खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंग पन्नू द्वारा स्थापित ‘सिख फॉर जस्टिस’ प्रतिबंधित संगठन कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के संपर्क में होने का खुलासा खुद पन्नू ने किया था। कहा जाता है, की जस्टिन ट्रुडो की लिबरल पार्टी ऑफ़ कनाडा पिछले 15 सालों से वोटबैंक बनाए रखने के लिए खलिस्तानियो के तुष्टिकरण की नीति से चल रही है। बता दें की पिछले एक साल में कनाडा के विभिन्न शहरों में हिंदू प्रार्थना स्थलों और डिप्लोमैटिक मिशन्स पर कनाडा सरकार द्वारा पोषित खालिस्तानियों ने लगातार हमलें किए  है। इन हमलों के बावजूद कनाडा की सरकार मूक दर्शक बन देखती रही है।

 

लिबरल पार्टी ऑफ़ कनाडा के तुष्टिकरण के नतीजे आज कनाडा के वैंकुवर में दिखाई दे रहें है। जहां एक तरफ कनाडा के उपविदेश मंत्री भारत की अखंडता और सार्वभौमत्व से मेल खाने की बात कर रहें है, वहीं दूसरी ओर वैंकुवर में खालिस्तानियों ने निज्जर जैसे आतंकियों की याद में मोर्चे निकले है। इन मोर्चों में खालिस्तानी अलगाववादी ‘ट्रुडो झिंदाबाद’ और ‘भारत मुर्दाबाद’ के नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। साथ ही खालिस्तान समर्थकों ने भारत का झंडे फाड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले बनाकर फाडे है।

वैंकुवर के मोर्चों में खालिस्तानी उग्रवादी भारत के हाई कमीशन को बंद करवाने की मांग कर रहें है। जबकि, भारत ने इससे पहले ही भारत के राजनयिकों को कनाडा से वापस बुला लिया है।

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बता दें की, खालिस्तानी समर्थकों द्वारा ड्रग्स तस्करी, गैंगहिंसा, रंगदारी जैसे कई मामले कनाडा के अलग अलग शहरों में हो चुके है। अब भारत के खिलाफ प्रोटेस्ट, कनाडा में घुसपैठ जैसे मामलों से आम कनाडाई नागरिकों में गुस्सा है, जिसे सोशल मीडिया पर देखा जा सकता है। महंगाई, अव्यवस्था, घोटाले, खालिस्तानियों का तुष्टिकरण इन मुद्दों से परेशान कनाडा के नागरिकों ने आने वाले चुनावों में ट्रुडो को घर भेजने का निर्णय ले लिया है।

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