कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में गत दिनों महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ देशभर में डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच, पीड़िता के माता-पिता ने सभी देशवासियों से अपील की है कि वे तब तक उनके साथ खड़े रहें, जब तक सभी आरोपी पकड़े नहीं जाते। वही दूसरी ओर वैश्विकस्तर पर कोलकाता डॉक्टर रेप और हत्या को लेकर डॉक्टर्स तथा नागरिकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं| देश में भी इस क्रूर घटना को लेकर जगह-जगह जमकर स्कैंडल मार्च व विरोध स्वरूप रैलिया निकाली जा रही है|
पीड़िता की मां ने इस मामले कोलकाता की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे मामले को दबाने की कोशिश कर रही हैं| वही उन्होंने कहा कि हम समाचार एजेंसियों के माध्यय से पूरे देश को संदेश देना चाहते हैं। हम सभी देशवासियों, दुनिया और राज्य के लोगों के आभारी हैं। हम सभी से निवेदन करते हैं कि आप हमारे साथ तब तक खड़े रहें, जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते।
पीड़िता की मां ने कहा कि सीएम ममता बनर्जी पर अस्पताल के मामले को ठीक से न संभालने का आरोप लगाया। पीड़ित मां ने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख विरोध प्रदर्शन को रोकने की कोशिश कर रही हैं।
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने भी आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या का संज्ञान लिया है। मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी.वाई.चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला, मनोज मिश्रा की पीठ मामले पर कल सुनवाई करेगी। महिला डॉक्टर का शव नौ अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। पुलिस ने इस मामले में अगले दिन एक व्यक्ति संजय रॉय को गिरफ्तार किया।
उन्होंने कहा, “सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। जबकि केवल एक ही व्यक्ति पकड़ा गया है। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री विरोध को रोकने की कोशिश कर रही हैं। यही वजह है कि पुलिस ने आज विरोध करने वालों की सभा को रोकने के लिए निषेध आदेश लागू किए हैं।” उन्होंने कहा कि अस्पताल के अधिकारियों ने पहले बताया कि उनकी बेटी ने आत्महत्या की है।
मृतका की मां ने कहा, “पहले हमें अस्पताल से कॉल आया कि आपकी बेटी बीमार है। फिर कॉल कट गया। फिर जब मैंने पूछा तो उन्होंने कहा कि अस्पताल आ जाएं। फिर जब हम पहुंचे तो हमें देखने की अनुमति नहीं दी गई। हमें तीन बजे उसके शव को देखने की अनुमति मिली। उसकी पैंट खुली थी। शरीर पर केवल एक कपड़ा था। हाथ टूटा हुआ था। आंखों और मुंह से खून निकल रहा था। देखकर ऐसा लग रहा था कि किसी ने उसकी हत्या कर दी है।”
पीड़िता की मां ने कहा कि हमने अपनी बेटी को डॉक्टर बनाने के लिए बहुत मेहनत की थी। पीड़िता के माता-पिता ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं है, क्योंकि कोलकाता पुलिस ने मामले को ठीक से नहीं संभाला है। उन्होंने सीबीआई को अपनी बेटी की डायरी का एक पन्ना सौंपा है। माता-पिता ने कहा, “हम न्याय चाहते हैं। आम जनता भी यही बात कह रही है, लेकिन बंगाल सरकार की ओर से उनकी आवाज बंद करने की कोशिश की जा रही है।
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