Kolkata Doctor Murder :”हम अभी भी 2012 में हैं”, कोलकाता मामले पर भड़कीं निर्भया की मां!

12 साल पहले भी ऐसी ही रेप की घटना ने देश को हिलाकर रख दिया था​|​ 2012 में दिल्ली में एक युवती के साथ बलात्कार के बाद, देश भर में लोग उसके लिए न्याय की मांग करने के लिए सड़कों पर उतर आए।

Kolkata Doctor Murder :”हम अभी भी 2012 में हैं”, कोलकाता मामले पर भड़कीं निर्भया की मां!

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कोलकाता से आर​.जी​.​ कर मेडिकल कॉलेज में एक रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसके बाद जघन्य हत्या की घटना ने पूरे देश में माहौल गर्म कर दिया है। 12 साल पहले भी ऐसी ही रेप की घटना ने देश को हिलाकर रख दिया था​|​ 2012 में दिल्ली में एक युवती के साथ बलात्कार के बाद, देश भर में लोग उसके लिए न्याय की मांग करने के लिए सड़कों पर उतर आए।

आठ साल की अदालती लड़ाई के बाद 20 मार्च, 2020 को निर्भया (दिल्ली रेप पीड़िता का बदला हुआ नाम) को न्याय मिला और दोषियों को मौत की सजा सुनाई गई। उस समय देश के नागरिकों और सरकार ने भी तय किया था कि ऐसी घटना देश में दोबारा नहीं होनी चाहिए| हालांकि, हमारा देश इसमें विफल रहा है। क्योंकि देशभर में रेप की घटनाएं थम नहीं रही हैं| कोलकाता रेप कांड ने लोगों को निर्भया केस की याद दिला दी है|

इस बीच निर्भया की मां ने भी कोलकाता मामले पर टिप्पणी की है| उन्होंने कहा, ”देश में हालात अब भी वैसे ही हैं|” निर्भया की मां आशा देवी ने निर्भया को न्याय दिलाने के लिए कई सालों तक कानूनी लड़ाई लड़ी। अब वह कोलकाता रेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए आगे आई हैं। उन्होंने कहा, ”कोलकाता में युवा डॉक्टर के साथ जो हुआ, अब तक जो जांच हुई है, उसे देखकर कई सवाल उठ रहे हैं| हम निर्भया का जिक्र करते हैं, लेकिन पिछले 12 वर्षों में कुछ भी नहीं बदला है। हम अभी भी 2012 में हैं।”

निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, ”उस घटना को 12-13 साल हो गए, देश बदल गया, लेकिन महिलाओं के साथ व्यवहार, दुर्व्यवहार, अत्याचार नहीं बदला| महिलाओं के खिलाफ हिंसा नहीं रुक रही है| पीड़ित महिलाओं को न्याय मिलना भी मुश्किल है। पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय के लिए लड़ना पड़ता है। यह सच है कि सरकार ने कानून तो बनाये, लेकिन उससे समाज में कोई बदलाव नहीं आया।”

निर्भया की मां का दर्द: आशा देवी ने कहा, ”आठ साल की कानूनी लड़ाई के बाद जब मेरी बेटी को न्याय मिला तो मैंने सोचा कि अब देश में ऐसी घटनाएं कम होंगी। अन्य पीड़ितों को न्याय मिलेगा| छेड़छाड़, अत्याचार और बलात्कार की घटनाएं रुकेंगी, लेकिन, ऐसा कुछ नहीं हुआ| 2020 में निर्भया के अपराधियों को सजा मिली, लेकिन उस घटना से पहले और उसके बाद भी महिलाओं के खिलाफ हिंसा नहीं रुकी|

देशभर में कई अपराध हुए हैं, उनके मुकदमे चल रहे हैं। लेकिन उनमें से कितने पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय मिला? ऐसी घटनाएं आए दिन हो रही हैं​|​ निर्भया के अपराधियों को सजा मिलने के बाद लगा कि हमारा समाज सुधरेगा। पर ऐसा नहीं हुआ। उम्मीद थी कि लोगों की मानसिकता बदलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका​|​

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