UP के बाद MP में भी SP-कांग्रेस में बनी बात, अखिलेश को मिली यह सीट

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने सपा से गठबंधन करने से इंकार कर दिया था।

UP के बाद MP में भी SP-कांग्रेस में बनी बात, अखिलेश को मिली यह सीट

समाजवादी पार्टी ( Samajwadi party) और कांग्रेस में सीट बंटवारे पर उत्तर प्रदेश में सहमति बन गई है। कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने 17 सीटें देने को तैयार हैं। वहीं, मध्य प्रदेश( Madhya Pradesh) में भी दोनों पार्टी में सीट शेयरिंग को लेकर बात बन गई है। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में एक सीट अखिलेश यादव को देने के लिए राजी हो गई है। समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार खजुराहो से चुनावी मैदान में उत्तर सकता है।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को एक भी सीट देने से इंकार कर दिया था। हालांकि, दोनों दलों में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत हुई थी लेकिन कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने के खिलाफ थी। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के दावेदार कमलनाथ ने अखिलेश यादव को अखिलेश वखिलेश बोला था जिसके बाद से विवाद गहरा गया था। वैसे अब यूपी के बाद मध्य प्रदेश में भी दोनों पार्टियों में सीट शेयरिंग को लेकर सहमति बन गई। समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश के खजुराहो लोकसभा सीट चुनाव लड़ेगी।

अखिलेश यादव ने कांग्रेस को 17 लोकसभा सीटें देने की बात की थी। लेकिन दोनों पार्टियों में वाराणसी, मुरादाबाद और श्रावस्ती को लेकर गतिरोध बना हुआ था। बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव मुरादाबाद सीट छोड़ने को तैयार नहीं थी। अब कांग्रेस ने अपना इस सीट से दावा छोड़ दिया है। वहीं, कांग्रेस के लिये अखिलेश यादव ने वाराणसी, सीतापुर और श्रावस्ती सीट देने को राजी हैं। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ने मुरादाबाद सीट पर जीत दर्ज की थी। इसी सीट पर कांग्रेस अपना दावा ठोंक रही थी,जिससे समाजवादी और कांग्रेस में पेंच फंसा हुआ है। अब कांग्रेस द्वारा इस पर अपना दावा छोड़ दिया है।

बता दें कि, अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा के उम्मीदवारों की तीन लिस्ट जारी कर दिया है। लिस्ट में वाराणसी लोकसभा सीट पर भी अपने उम्मीदवार की घोषणा की थी। लेकिन अब समाजवादी पार्टी को वाराणसी से अपने उम्मीदवार को वापस लेना होगा। वाराणसी पीएम मोदी का  संसदीय क्षेत्र है। पीएम मोदी 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भारी मतों जीत दर्ज की थी। माना जा रहा है कि कांग्रेस रायबरेली, अमेठी, वाराणसी, सीतापुर, महराजगंज, देवरिया, बांसगांव, अमरोहा, बुलंदशहर गाजियाबाद,कानपुर,झांसी, बाराबंकी, फतेहपुर सीकरी शाहजहांपुर और मेरठ आदि शामिल हैं।

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