प्रधानमंत्री ने अपने हाल ही के एक इंटरव्यू में दिल्ली के सीएम को जमानत मिलने और धर्म के आधार आरक्षण के मुद्दे पर अपनी बात रखी और कहा कि कांग्रेस संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ कर रही है। कहा कि ‘वह एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग को सावधान करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें अंधेरे में रखकर उनके आरक्षण को लूटा जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ‘चुनाव ऐसे समय है, जब मुझे देशवासियों को इस सबसे बड़े खतरे को लेकर आगाह करना चाहिए। पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल को लेकर भी बड़ा दावा किया और कहा कि इस बार बंगाल में भाजपा को बंपर सीटें मिलेंगी। दूसरी ओर मोदी ने कहा कि मैं लोगों को समझा रहा हूं कि यह भारत के संविधान की मूल भावना का उल्लंघन है और ये वोटबैंक की राजनीति के लिए किया जा रहा है।’
पीएम मोदी ने कहा, “मैं तो गाली प्रूफ हो गया हूं। संसद में हमारी पार्टी के सदस्य ने हिसाब लगाया| चुनाव हों या न हों ये लोग मानते हैं कि गालियां देने का हक उनका ही है। गालियां देना, अपशब्द बोलना उनके शायद स्वभाव में हो गया है। मुझे मौत का सौदागर और गंदी नाली का कीड़ा किसने कहा? उन्होंने बताया कि अब सवाल ये हैं कि मैं मेरे संबंधों को संभालू या उड़ीसा के भाग्य की चिंता करूं। तब मैंने रास्ता चुना की मैं उड़ीसा के उज्जवल भविष्य के लिए अपने आप को खपा दूंगा। उसके लिए मेरे संबंधों की अगर मुझे बलि चढ़ानी पड़ेगी तो मैं तैयार हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जबरदस्त हमला बोलते हुए कहा उनके घोषणापत्र में मुस्लिम लीग की झलक है। क्या आप वोटबैंक की राजनीति के लिए आने वाली पीढ़ियों को भी बर्बाद करना चाहते हैं? मैं दलितों, आदिवासियों, अन्य पिछड़े वर्ग के भाइयों और बहनों के लिए लड़ रहा हूं।’ वही दूसरी ओर पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल के चुनाव में टीएमसी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है|
प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के लिए इस बार पूरे हिंदुस्तान में बेस्ट परफॉर्मिंग स्टेट कोई होगा तो पश्चिम बंगाल होने वाला है। भाजपा को सर्वाधिक सफलता पश्चिम बंगाल में मिल रहा है। वहां का चुनाव एक तरफा है। जनता उसकी अगुवाई कर रही है। टीएमसी के लोग बौखलाए हुए हैं लगातार हत्याएं हो रही हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं को चुनाव के पहले जेलों में बंद किया जा रहा है।’
प्रधानमंत्री ने अपने इंटरव्यू में कहा कि, ‘धारा 370 सिर्फ 4-5 परिवारों का एजेंडा था, ये न तो कश्मीर के लोगों का एजेंडा था और न ही देश के लोगों का एजेंडा था। अपने फायदे के लिए उन्होंने 370 की ऐसी दीवार बनाई थी और कहते थे कि 370 हटाएंगे तो आग लग जाएगी। आज ये सच हो गया है कि 370 हटने के बाद और एकता का एहसास हो रहा है। कश्मीर के लोगों में अपनेपन की भावना बढ़ रही है और इसलिए इसका सीधा परिणाम चुनाव, पर्यटन में भी दिख रहा है।
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