मुंबई के छत्रपति शिवाजी पार्क मैदान में महायुति की ऐतिहासिक बैठक हुई| महाराष्ट्र की राजनीति में पहली बार इतनी अहम और बड़ी बैठक हुई| इस मुलाकात के महत्व के पीछे वजह ये है कि राजनीति में पहली बार एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मंच पर आए| हिंदुत्व के मुद्दे पर राज ठाकरे की महायुति से दोस्ती हो गई है| तो आज हमें राज ठाकरे और नरेंद्र मोदी एक साथ एक मंच पर देखने को मिले|
इस बैठक में एक अहम बात देखने को मिली| इस बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस मौजूद रहे| प्रोटोकॉल के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच पर आने के बाद मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों का भाषण शुरू होने की उम्मीद थी| पर वह नहीं हुआ। शिवसेना नेता उदय सामंत के बाद उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बात की, उनके बाद ग्रैंड अलायंस के कुछ प्रमुख नेताओं ने बात की।दिलचस्प बात यह है कि जब अजित पवार ने अपना भाषण दिया, तब नरेंद्र मोदी कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंचे थे। इसके बाद देवेंद्र फड़णवीस ने भाषण दिया| फड़णवीस के भाषण के बाद जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का भाषण मोदी की मौजूदगी में अपना भाषण खत्म किया|
एकनाथ शिंदे के भाषण के बाद राज ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित किया| मोदी के कार्यक्रम स्थल में प्रवेश के बाद उनकी मौजूदगी में राज ठाकरे की बैठक हुई| इसलिए राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि महायुति ने प्रोटोकॉल को ताक पर रखकर राज ठाकरे को स्पेशल ट्रीटमेंट दिया है| इस बीच राज ठाकरे ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 7 मांगें कीं| “पहली अपेक्षा…मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलना चाहिए।आशा है कि जब आप प्रधानमंत्री बनेंगे तो आपको वह सम्मान मिलेगा। देश के पाठ्यक्रम में…देश में मराठा साम्राज्य था…उस मराठा साम्राज्य का इतिहास स्कूली शिक्षा में बच्चों को दिया जाना चाहिए।
तीसरी बात… शिवाजी महाराज की मूर्ति समुद्र में कब खड़ी होगी, इसका पता नहीं| शिवाजी का किला एक वास्तविक स्मारक है। इन किलों को ऐतिहासिक दर्जा दिलाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय समिति का गठन किया जाना चाहिए। राज ठाकरे ने मांग की कि यह समिति ऐसी होनी चाहिए ताकि पीढ़ियों को इतिहास पता चले| देशभर में कई जगहों पर हमने सड़कें बेहतर बनाई हैं, पुल बनाए हैं। 18वें और 19वें साल भी मुंबई-गोवा हाइवे गड्ढे में है। अनुरोध है कि इसे यथाशीघ्र किया जाए। पांचवी बात… आपने अपनी मीटिंग में कहा था… आज बता दीजिए…कि बाबा साहेब के संविधान पर कोई आंच नहीं आएगी|राज ठाकरे ने कहा, जो विरोधी प्रचार कर रहे हैं उन्हें अपना मुंह बंद कर लेना चाहिए।
इस देश में देशभक्त मुसलमान है| वे देश के प्रति वफादार हैं| मुट्ठी भर हैं| उद्धव ठाकरे और कांग्रेस का समर्थन करने वाले लोग 10 वर्षों में उबर नहीं पाए हैं। मुस्लिम आपके साथ है| वे आपका सम्मान करते हैं| वे काम करना चाहते हैं|ओवैसी जैसे बच्चे भी हैं,जिनके पास आधार हैं| एक बार उन आधारों की जांच कर लें| लोगों को वहां ले आओ| वहां देश की सेना में प्रवेश करें| इसलिए हमारी नानी बहनों को तकलीफ नहीं होगी। “सातवीं बात…. लाखों यात्री ट्रेन से यात्रा करते हैं| राज ठाकरे ने मांग कि की रेलवे व्यवस्था पर पूरा ध्यान दें|अधिक धनराशि दिया जाये|
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