4 बार काँग्रेस विधायक रहे नेता शशिधर ने थामा बीजेपी का दामन

हाल ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।

तेलंगाना में भाजपा को आज एक और मजबूती मिली है। दरअसल एम शशिधर रेड्डी केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में एम. शशिधर रेड्डी को पार्टी में शामिल कराया गया। आपको बता दें कि एम शशिधर रेड्डी तेलंगाना के बड़े नेता माने जाते हैं। उन्होंने हाल में ही कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। वह सनतनगर से चार बार विधायक रहे हैं। पूर्व की सरकार में वह मंत्री भी रहे हैं। एम शशिधर रेड्डी अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एम चन्ना रेड्डी के बेटे भी हैं। शशिधर रेड्डी, कई दशकों से एक निष्ठावान कांग्रेसी थे और उन्होंने तेलंगाना कांग्रेस के नेताओं के ‘कांग्रेस लॉयलिस्ट्स फोरम’ का नेतृत्व भी किया।

उन्होंने अपना त्यागपत्र कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेज दिया था। उन्होंने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को अपने इस्तीफे के कारणों बताते हुए एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने पत्र में, पार्टी मामलों में कथित तौर पर पैसे के बढ़ते प्रभाव, तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति  से प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में कांग्रेस की विफलता और कांग्रेस प्रभारियों और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों के खराब कामकाज के बारे में लिखा है।

रेड्डी ने 1960 के दशक में पार्टी का चुनाव चिह्न जब बैल का जोड़ा और उसके बाद गाय और बछड़ा था, तब से खुद के और अपने दिवंगत पिता के कांग्रेस के साथ पुराने संबंध को याद करते हुए कहा कि उनके पिता की ही सलाह पर बाद में इंदिरा गांधी ने ‘‘हाथ’’ का चिह्न चुना था। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के मामलों में पैसे का दबदबा बढ़ रहा है। शशिधर रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह से लेकर एक के बाद एक कांग्रेस प्रभारियों ने पार्टी का बहुत नुकसान किया है और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में एक निष्ठावान को नियुक्त करने को लेकर उनके जैसे पार्टी नेताओं के विचारों को नजरअंदाज किया गया।

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