मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पर एक ग्रामीण से झूठे आरोप लगवाने और उसे इसके लिए रिश्वत देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। अशोकनगर के पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार जैन ने शनिवार (28 जून) को इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि पटवारी ने मुंगावली ग्राम पंचायत के सरपंच पर “मल खिलाने” का झूठा आरोप लगवाने के लिए ग्रामीण गजराज लोधी को पैसे दिए थे।
एसपी विनीत जैन के अनुसार, पीड़ित ग्रामीण गजराज लोधी ने खुद कलेक्टर को एक हलफनामा सौंपा, जिसमें उसने स्वीकार किया कि कांग्रेस नेताओं ने उसे ओरछा ले जाकर जीतू पटवारी से मिलवाया और पटवारी ने उसे झूठा आरोप लगाने को कहा।
“गजराज लोधी ने कलेक्टर से मिलकर हलफनामा दिया कि कुछ कांग्रेस नेताओं ने उसे ओरछा ले जाकर जीतू पटवारी से मिलवाया। पटवारी ने उससे कहा कि वह सरपंच पर मल खिलाने का आरोप लगाए, और इसके बदले उसे पैसे दिए,” एसपी विनीत कुमार जैन।
पुलिस जांच में यह आरोप झूठा पाया गया। इसके बाद जीतू पटवारी और उनके सहयोगियों के खिलाफ बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। यह मामला उस वक्त सुर्खियों में आया जब 26 जून को जीतू पटवारी ने एक्स पर एक पोस्ट कर यह सनसनीखेज दावा किया था कि भाजपा विधायक ब्रिजेन्द्र यादव के समर्थकों ने लोधी समुदाय के एक युवक को “राशन पर्ची” मांगने पर मानव मल खिलाया। पटवारी ने प्रधानमंत्री मोदी को टैग करते हुए लिखा था, “प्रधानमंत्री जी, भाजपा का जंगलराज अराजकता की सारी हदें पार कर चुका है! लोधी समाज के एक युवक को सिर्फ इसलिए ‘मल’ खिलाया गया क्योंकि उसने ‘राशन पर्ची’ मांगी थी। आरोप है कि आरोपी @BJP4India विधायक ब्रिजेन्द्र यादव के समर्थक हैं, इसलिए @DGP_MP और @CMMadhyaPradesh कोई कार्रवाई नहीं होने दे रहे?”
प्रधानमंत्री जी,@BJP4MP सत्ता का जंगलराज अराजकता की हद पार करता जा रहा है! लोधी समाज के युवक के मुंह में "मानव-मल" ठूंस दिया गया, क्योंकि उसने "राशन की पर्ची" मांग ली थी!
आरोप है कि चूंकि, आरोपी @BJP4India विधायक बृजेंद्र यादव के समर्थक हैं! इसीलिए @DGP_MP व @CMMadhyaPradesh… pic.twitter.com/4TdrSNr7gz
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) June 25, 2025
उन्होंने आगे मध्यप्रदेश में आदिवासी युवक के सिर पर पेशाब करने की घटना का हवाला देते हुए भाजपा पर दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों से शत्रुता का आरोप लगाया था। लेकिन अब पुलिस जांच और ग्रामीण के हलफनामे से स्पष्ट हो गया है कि यह आरोप झूठे और गढ़े गए थे। यह मामला अब भाजपा बनाम कांग्रेस की राजनीतिक जंग में तब्दील हो गया है, जिसमें कांग्रेस पर फर्जी मुद्दे गढ़ने और जनता को गुमराह करने के आरोप लग रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई तेज़ी से आगे बढ़ेगी, और यदि किसी और की संलिप्तता सामने आती है, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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