शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान के संस्थापक और अध्यक्ष संभाजी भिड़े लगातार अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। उनके बयानों को लेकर पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र में राजनीतिक और सामाजिक माहौल गरमाया हुआ है| इस बीच विपक्षी पार्टियों ने भिंडे के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है| विधानमंडल के मानसून सत्र में संभाजी भिड़े का यह मुद्दा छाया रहा|
पिछले दो-तीन दिनों से विधानसभा में विपक्षी दल संभाजी भिड़े के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं| संभाजी भिड़े की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज (2 अगस्त) भी विपक्षी दलों ने विधानसभा में हंगामा किया| इस मामले में आखिरकार गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बयान दिया और कहा कि संभाजी भिड़े के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है|
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, संभाजी भिड़े गुरुजी हिंदुत्व के लिए काम करते हैं| वे बहुजनों को छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके किलों से जोड़ने का काम करते हैं। ये उनका अच्छा काम है, लेकिन महापुरुषों के बारे में ऐसे बयान देने का अधिकार उन्हें किसी ने नहीं दिया| उनका क्या, किसी और को उस तरह का अधिकार नहीं है| महापुरुषों के बारे में ऐसे बयान दिए तो कार्रवाई होगी|
देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, संभाजी भिड़े ने अमरावती में भाषण दिया था| इसमें उन्होंने अपने सहकर्मी को किताब पढ़वाई| कुरान और फकीर पुस्तक का पाठ भी कराया। वहां दिए गए भाषण के बाद अमरावती बाजार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है| 29 जुलाई 2023 को संभाजी भिड़े और दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है|
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, संभाजी भिड़े को सीआरपीसी की धारा 41 ए के तहत नोटिस भेजा गया है| पुलिस ने संभाजी भिड़े से संपर्क किया है| साथ ही उन्होंने नोटिस भी स्वीकार कर लिया है| इस मामले में उनसे जांच की जाएगी| अमरावती में उनकी मुलाकात का वीडियो उपलब्ध नहीं है| वहीं, जो वीडियो सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं वो अलग-अलग जगहों के वीडियो हैं| उन वीडियो के वॉयस सैंपल की भी जांच की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी|
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