राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में विद्रोही अजीत पवार गुट के नेता छगन भुजबल को शिंदे-फडणवीस-पवार सरकार में खाद्य और नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग दिया गया है। इसके बाद उन्होंने अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए खुशी जाहिर की| महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान भी भुजबल का यही हिसाब था। इसका जिक्र करते हुए छगन भुजबल ने उस समय किए गए कार्यों की जानकारी दी| उन्होंने आने वाले समय में काम की दिशा भी स्पष्ट की|
छगन भुजबल ने कहा, ”कोरोना काल में जब लॉकडाउन के दौरान सब कुछ बंद था, तब 54 हजार दुकानों के माध्यम से राज्य के कोने-कोने में खाद्यान्न की आपूर्ति की गई| सब कुछ बंद था, केवल राशन की दुकानें और अस्पताल खुले थे। सभी पुलिस, डॉक्टर और राशन कर्मचारी दिन-रात काम कर रहे थे। हालांकि बहुत कठिनाइयाँ आईं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ कि अनाज कहीं नहीं पहुँचा।”
“यह एक ऐसा खाता है जो सभी को खाना खिलाएगा”: “ठीक है, यह खाता अच्छा है। हमने गरीबों के लिए शिवभोजन जैसी योजनाएं शुरू कीं। उन्होंने मुफ्त और दोगुना चावल देना शुरू कर दिया| अब भी कई योजनाएं बनाई जा सकती हैं ताकि गरीबों को दिवाली पर लाड़-प्यार दिया जा सके। मुझे खुशी है कि यह हर किसी का पेट भरने वाला अकाउंट है।’ मुझे खुशी है कि इस विभाग का उपयोग कृषि में उत्पादित खाद्यान्न को घरों तक पहुंचाने के लिए किया जाता है, ”छगन भुजबल ने व्यक्त किया।
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