पुरानी पेंशन लागू करो इस मांग को लेकर राज्य सरकारी कर्मचारी संघ ने 14 दिसंबर से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी| इसी के तहत आज से विभिन्न कर्मचारी संगठन हड़ताल पर चले गए हैं| इस पृष्ठभूमि में राज्य सरकार ने मान्यता प्राप्त अधिकारियों और कर्मचारी संगठनों के नेताओं को चर्चा के लिए बुलाया था| बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार मौजूद रहे। इस बैठक में लिए गए फैसले की जानकारी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज विधानसभा में एक बयान के जरिए दी| यह आश्वासन देते हुए कि सरकार पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए सकारात्मक है, मुख्यमंत्री शिंदे ने सरकारी कर्मचारियों से हड़ताल वापस लेने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, राज्य सरकार के कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने के लिए मेरी अध्यक्षता में एक बैठक हुई| इस बैठक में कई विधायक, प्रशासनिक अधिकारी और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे| राज्य सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए सुबोध कुमार की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था| बैठक में इस समिति की रिपोर्ट और उस पर सरकार की भूमिका पर विस्तार से चर्चा हुई|
सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की मांगों पर सरकार ने सकारात्मक विचार किया है| महाराष्ट्र सिविल सेवा पेंशन, 1982 के तहत 31 मई 2005 से पहले विज्ञापित या अधिसूचित पदों और नियुक्तियों को शामिल करने का प्रस्ताव मंजूरी के लिए कैबिनेट के समक्ष रखा जा रहा है। इससे राज्य के करीब 26 हजार अधिकारियों और कर्मचारियों को फायदा होगा| वहीं, 80 साल से अधिक उम्र के पेंशनभोगियों को अतिरिक्त पेंशन देने का प्रस्ताव मंजूरी के अंतिम चरण में है। इसके अलावा, तीसरा मुद्दा यह है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की कि केंद्र के अनुसार सेवानिवृत्ति मृत्यु लाभ की सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया जा रहा है।
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