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Saturday, November 23, 2024
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“​बैलेट​ पेपर से चुनाव कराएं”; ​राऊत​ के बयान पर अजित पवार गुट के नेता का जवाब, कहा- ‘जनादेश…’

इस विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर ठाकरे गुट के सांसद संजय राऊत ने संदेह जताया है| यदि लोगों के मन में कोई संदेह है, तो राउत ने मांग की कि चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए। अजित पवार गुट के नेता और राज्य के राहत एवं पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल ने राऊत की आलोचना का जवाब दिया है|

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हाल ही में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए हैं| भाजपा को राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़ी सफलता मिली है| तेलंगाना में कांग्रेस की जीत हुई| इस विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर ठाकरे गुट के सांसद संजय राऊत ने संदेह जताया है| यदि लोगों के मन में कोई संदेह है, तो राउत ने मांग की कि चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए। अजित पवार गुट के नेता और राज्य के राहत एवं पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल ने राऊत की आलोचना का जवाब दिया है|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या किया है? संजय राऊत को इसे असल लोगों के बीच जाकर देखना चाहिए| अनिल पाटिल ने चेतावनी दी कि संजय राऊत आगामी 2024 और 2029 के चुनाव में भी बैलेट पेपर से चुनाव की मांग करेंगे| वह नासिक में मीडिया से बात कर रहे थे।

जब अनिल पाटिल से राउत के बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘जब कोई पार्टी हारती है| तो फिर जनता का जनादेश स्वीकार करना चाहिए |संजय राउत के पास कोई नौकरी नहीं है| संजय राउत को असली जनता के पास जाकर भाजपा के सर्वेसर्वा और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम को देखना चाहिए | यदि आप राजनीति को एक तरफ रखकर देखें, तो आप देखेंगे कि लोग किसके साथ हैं। जब भी लोग भाजपा या एनडीए गठबंधन के साथ खड़े होंगे, संजय राउत का यह आरोप जारी रहेगा|

संजय राउत यह मांग करते रहेंगे कि 2024 और 2029 में भी बैलेट पेपर पर वोटिंग होनी चाहिए, लेकिन उन्हें लोगों के बीच जाना चाहिए, इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि लोग क्या कर रहे हैं और क्या चाहते हैं,अनिल पाटिल ने सलाह दी।
आखिर क्या कहा संजय राऊत ने?: चार राज्यों के चुनाव नतीजे आने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए संजय राऊत ने कहा कि चार राज्यों का जनादेश सामने आ गया है। तेलंगाना को छोड़कर बाकी तीन राज्यों में अलग जनादेश है| भाजपा ने दर्ज की बड़ी जीत. जनादेश का स्वागत किया जाना चाहिए| लेकिन लोगों को संदेह है| यह कैसे संभव है? खासकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में|इसलिए मेरी राय यह है कि अगर लोगों के मन में कोई संदेह है तो उसे दूर कर लेना चाहिए|बैलेट पेपर पर चुनाव होना चाहिए|बस एक चुनाव लें और संदेह दूर करें।
 
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