महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे ने कांग्रेस-राष्ट्रवादियों के साथ मिलकर एकनाथ शिंदे के साथ गए शिवसेना विधायकों की आलोचना की। इतना ही नहीं, ठाकरे और कांग्रेस-राष्ट्रवादी ने यह भी आरोप लगाया कि प्रत्येक विधायक को 50 बॉक्स मिले।
विधानमंडल के मानसून सत्र में भी घोषणा की गई थी कि 50 डिब्बे बिल्कुल ठीक हैं। इन घोषणाओं पर शिंदे गुट में गए रामदास कदम ने शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। रामदास कदम ने विरोधियों को चेतावनी देते हुए कहा कि हम जानते हैं कि मातोश्री में कितने डिब्बे जाते हैं, मेरा मुंह मत खुलवाओ|
रामदास कदम ने कहा कि महाविकास अघाड़ी की शिवसेना सरकार की ओर से विधानसभा में गुवाहाटी गए विधायकों को वापस आने चुनौती दी, लेकिन सभी विधायक आ गए| लोगों ने उनका स्वागत किया। उसके बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मैं जाकर अपने वर्ली निर्वाचन क्षेत्र से उन्हें दिखा दूं। फिर उन्हें विधान भवन में आने को कहें। सभी विधायक विधान भवन पहुंचे|
रामदास कदम ने शिवसेना पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग बात तो करते ही हैं, और इनका क्या योगदान है। कुछ नहीं किया गया है, अब बक्से कहते हैं। हम जानते हैं कि मातोश्री के पास मिठाइयों की कितनी पेटियां गईं। मेरा मुंह मत खुलवाओ।
वही कदम ने कहा कि मातोश्री में कितनी ही पेटी खा ली और कितनी ही मिठाइयां खा ली उन्हें मधुमेह नहीं होता, वे इसके आदी हो गए हैं और उनको आदत हो गयी है। भाजपा नेता ने कहा कि उन्हें दूसरों पर उंगली उठानी चाहिए और बक्सों की भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए।
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