Dapoli Sai Resort Case: दापोली साई रिज़ॉर्ट मामले में चार्जशीट में ईडी ने क्या कहा?

भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने शिवसेना नेता अनिल परब पर निशाना साधा। ईडी ने जांच के बाद इस मामले में कार्रवाई की। ईडी ने इस मामले में अनिल परब से पूछताछ की थी।​ ​​इसके अलावा दो को गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने आज दापोली के साईं रिजॉर्ट मामले में चार्जशीट दाखिल की​|​ ​

Dapoli Sai Resort Case: दापोली साई रिज़ॉर्ट मामले में चार्जशीट में ईडी ने क्या कहा?

Dapoli Sai Resort Case: What did ED say in the charge sheet in Dapoli Sai Resort case?

ईडी ने आज दापोली मामले में साई रिसॉर्ट में बॉम्बे सत्र न्यायालय की विशेष पीएमएलए अदालत में चार्जशीट दायर की। इस मुद्दे पर राज्य की राजनीति में, खासकर भाजपा और शिवसेना शिंदे गुट में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने शिवसेना नेता अनिल परब पर निशाना साधा। ईडी ने जांच के बाद इस मामले में कार्रवाई की। ईडी ने इस मामले में अनिल परब से पूछताछ की थी।​ ​इसके अलावा दो को गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने आज दापोली के साईं रिजॉर्ट मामले में चार्जशीट दाखिल की|​ ​
चार्जशीट में क्या है ?: ईडी ने साई रिजॉर्ट मामले में जयराम देशपांडे और सदानंद कदम को गिरफ्तार किया है। चार्जशीट में देशपांडे और कदम के अलावा सुधीर शांताराम परदुले, विनोद डिपोलकर, सुरेश तुपे, अनंत कोली के नाम भी शामिल हैं|
इस मामले में जांच अभी भी चल रही है और ईडी को भविष्य में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करने की अनुमति है. इस चार्जशीट में 6 आरोपियों के खिलाफ आरोप हैं|दिलचस्प बात यह है कि अनिल परब के खिलाफ कोई आरोप नहीं है।
हालांकि चार्जशीट में अनिल परब की संलिप्तता का बार-बार उल्लेख किया गया है। इस मामले में पता चला कि वही मुख्य मास्टरमाइंड है| ईडी की चार्जशीट में कुल 13 गवाहों का जिक्र किया गया है। चार्जशीट में पांच गवाहों समेत 20 लोगों के बयान शामिल हैं|

चार्जशीट में मुद्दे-
– मुरुड, दापोली में 1 एकड़ जमीन थी|
– सदानंद कदम ने यह सारा लेन-देन अनिल परब के कहने पर किया|
– मूल डील 1 करोड़ 80 लाख में हुई थी। जिसमें से 80 लाख का नकद भुगतान किया गया|
– प्लॉट ‘सीआरजेड-3’ में था, इसलिए यह नो डेवलपमेंट जोन था|
– अनिल परब ने 2 मई 2017 को जमीन पर भौतिक कब्जा कर लिया था|

PMLA के तहत ED की जांच में क्या मिला?
– 2017 के शुरुआती महीने में विभास साठे ने दापोली में जमीन बेचने के लिए एक एजेंट विनोद डेफोलकर से संपर्क किया।
– एजेंट ने खरीदारों की तलाश शुरू कर दी और सदानंद कदम के संपर्क में आया जो दापोली पुल के पास जमीन खरीदना चाह रहा था।
– एजेंट विभास साठे को अप्रैल 2017 में सदानंद कदम के ऑफिस ले जाया गया था|
– बातचीत के दौरान सदानंद कदम ने दोनों को बताया कि अनिल परब की तरफ से ट्रांजैक्शन कर रहा था।
– सदानंद कदम ने कहा कि अनिल परब 1 करोड़ 80 लाख में से 1 करोड़ अकाउंट ट्रांसफर के जरिए और बाकी 89 लाख कैश के जरिए चुकाएंगे।
– 2 मई 2017 को अनिल परब ने साठे के बैंक खाते से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया|
– नियत समय पर कदम ने एजेंट को नकद सौंप दिया, जो साठे के पास चला गया|
– एजेंट को कमीशन के तौर पर 3 लाख मिले थे|

– अनिल परब की जमीन खरीदने की मंशा अपने निजी इस्तेमाल के लिए वहां एक बंगला बनाने की थी।
– आर्किटेक्ट्स ने भी जमीन का दौरा किया। परब ने ट्विन बंगला बनाने पर चर्चा की थी। आर्किटेक्ट का जवाब भी रिकॉर्ड कर लिया गया है|
– सदानंद कदम ने कहा कि अनिल परब 1 करोड़ 80 लाख में से 1 करोड़ अकाउंट ट्रांसफर के जरिए और बाकी 89 लाख कैश के जरिए चुकाएंगे।

– 2 मई 2017 को अनिल परब ने साठे के बैंक खाते से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया
– नियत समय पर कदम ने एजेंट को नकद सौंप दिया, जो साठे के पास चला गया
– एजेंट को कमीशन के तौर पर 3 लाख मिले थे
– अनिल परब की जमीन खरीदने की मंशा अपने निजी इस्तेमाल के लिए वहां एक बंगला बनाने की थी।

– आर्किटेक्ट्स ने भी जमीन का दौरा किया। परब ने ट्विन बंगला बनाने पर चर्चा की थी। आर्किटेक्ट का जवाब भी रिकॉर्ड कर लिया गया है।
– जिस बैठक में कदम और परब मौजूद थे, उसमें आर्किटेक्ट ने कहा कि जमीन सीआरजेड है।
– आरोपी कदम और परब अच्छी तरह जानते थे कि इस जमीन पर कोई निर्माण नहीं हो सकता​| ​
– इस तरह आपसी समझ के मुताबिक संपर्क का काम किया गया। संपर्क का काम कदम ने खुद किया।
– अनिल परब के सुझाव पर कदम ने देफोलकर की मिलीभगत से साठे के जाली हस्ताक्षर से जुड़वा बंगला बनाने के लिए कृषि भूमि को गैर-कृषि भूमि में बदलने के लिए दापोली के जिलाधिकारी को आवेदन दिया|
– परब की ओर से, कदम ने परब के प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए भूमि को उपयोग में लाने की अनुमति प्राप्त की|
– सदानंद कदम के दबाव व अनिल परब के प्रभाव में आरोपी सुधीर परधुले तत्कालीन अंचल अधिकारी दापोली ने बिना मौके पर मिले 31 जुलाई 2017 को निरीक्षण प्रतिवेदन एसडीओ को सौंप दिया|
– परब ने सीआरजेड नियमों का उल्लंघन कर बेहिसाब पैसा नकद में निवेश कर रिसॉर्ट बनाया था|
– फर्जीवाड़े का पता चलने के बाद देर से कदम ने अपने बहीखाते में निर्माण खर्च दिखाया|
– उन्होंने साल 2020 से 2021 के बीच खर्च किए 3.59 करोड़ दिखाए|
– बेहिसाब नकद खर्च को जांच शुरू होने के बाद वैध कर दिया गया|
– विभिन्न वेंडरों से पूछताछ|
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