इस मामले में जांच अभी भी चल रही है और ईडी को भविष्य में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करने की अनुमति है. इस चार्जशीट में 6 आरोपियों के खिलाफ आरोप हैं|दिलचस्प बात यह है कि अनिल परब के खिलाफ कोई आरोप नहीं है।
हालांकि चार्जशीट में अनिल परब की संलिप्तता का बार-बार उल्लेख किया गया है। इस मामले में पता चला कि वही मुख्य मास्टरमाइंड है| ईडी की चार्जशीट में कुल 13 गवाहों का जिक्र किया गया है। चार्जशीट में पांच गवाहों समेत 20 लोगों के बयान शामिल हैं|
चार्जशीट में मुद्दे-
– मुरुड, दापोली में 1 एकड़ जमीन थी|
– सदानंद कदम ने यह सारा लेन-देन अनिल परब के कहने पर किया|
– मूल डील 1 करोड़ 80 लाख में हुई थी। जिसमें से 80 लाख का नकद भुगतान किया गया|
– प्लॉट ‘सीआरजेड-3’ में था, इसलिए यह नो डेवलपमेंट जोन था|
– अनिल परब ने 2 मई 2017 को जमीन पर भौतिक कब्जा कर लिया था|
PMLA के तहत ED की जांच में क्या मिला?
– 2017 के शुरुआती महीने में विभास साठे ने दापोली में जमीन बेचने के लिए एक एजेंट विनोद डेफोलकर से संपर्क किया।
– एजेंट ने खरीदारों की तलाश शुरू कर दी और सदानंद कदम के संपर्क में आया जो दापोली पुल के पास जमीन खरीदना चाह रहा था।
– एजेंट विभास साठे को अप्रैल 2017 में सदानंद कदम के ऑफिस ले जाया गया था|
– बातचीत के दौरान सदानंद कदम ने दोनों को बताया कि अनिल परब की तरफ से ट्रांजैक्शन कर रहा था।
– सदानंद कदम ने कहा कि अनिल परब 1 करोड़ 80 लाख में से 1 करोड़ अकाउंट ट्रांसफर के जरिए और बाकी 89 लाख कैश के जरिए चुकाएंगे।
– 2 मई 2017 को अनिल परब ने साठे के बैंक खाते से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया|
– नियत समय पर कदम ने एजेंट को नकद सौंप दिया, जो साठे के पास चला गया|
– एजेंट को कमीशन के तौर पर 3 लाख मिले थे|
– आर्किटेक्ट्स ने भी जमीन का दौरा किया। परब ने ट्विन बंगला बनाने पर चर्चा की थी। आर्किटेक्ट का जवाब भी रिकॉर्ड कर लिया गया है|
– 2 मई 2017 को अनिल परब ने साठे के बैंक खाते से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया
– नियत समय पर कदम ने एजेंट को नकद सौंप दिया, जो साठे के पास चला गया
– एजेंट को कमीशन के तौर पर 3 लाख मिले थे
– अनिल परब की जमीन खरीदने की मंशा अपने निजी इस्तेमाल के लिए वहां एक बंगला बनाने की थी।
– जिस बैठक में कदम और परब मौजूद थे, उसमें आर्किटेक्ट ने कहा कि जमीन सीआरजेड है।
– आरोपी कदम और परब अच्छी तरह जानते थे कि इस जमीन पर कोई निर्माण नहीं हो सकता|
– अनिल परब के सुझाव पर कदम ने देफोलकर की मिलीभगत से साठे के जाली हस्ताक्षर से जुड़वा बंगला बनाने के लिए कृषि भूमि को गैर-कृषि भूमि में बदलने के लिए दापोली के जिलाधिकारी को आवेदन दिया|
– परब की ओर से, कदम ने परब के प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए भूमि को उपयोग में लाने की अनुमति प्राप्त की|
– परब ने सीआरजेड नियमों का उल्लंघन कर बेहिसाब पैसा नकद में निवेश कर रिसॉर्ट बनाया था|
– उन्होंने साल 2020 से 2021 के बीच खर्च किए 3.59 करोड़ दिखाए|
– बेहिसाब नकद खर्च को जांच शुरू होने के बाद वैध कर दिया गया|
– विभिन्न वेंडरों से पूछताछ|
पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान खान इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार!