उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज कहा कि शहरीकरण अभिशाप हुआ करता था। हालांकि, शहर में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का सृजन हुआ। इसलिए, शहरीकरण तेजी से बढ़ा है, उपमुख्यमंत्री व गृह राज्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नगर विकास दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने इस साल शहरी विकास के लिए रिकॉर्ड तोड़ फंड दिया है| साथ ही उन्होंने यह कहते हुए कि भले ही कोई विकास योजना तैयार की जाती है, उसका कार्यान्वयन धीमा है, उन्होंने कुछ नगर निगमों और नगर पालिकाओं के काम पर भी उंगली उठाई है।
जब मैं मुख्यमंत्री था, मेरे पास शहरी विकास खाता था। महाविकास अघाड़ी के दौरान वह खाता एकनाथ शिंदे के पास चला गया। उसके बाद वे मुख्यमंत्री भी हैं। उन्होंने नगर विकास विभाग पर अच्छा खासा ध्यान दिया है। शहरों में तेजी से स्वीकृत विकास योजनाएं।
कुछ साल पहले समग्र विकास प्रक्रिया में विकास योजना और शहर के विकास के बीच कोई संबंध नहीं था। लेकिन,अब स्वीकृत विकास योजनाओं का क्रियान्वयन शुरू हो गया है। राज्य और केंद्र की अवधारणा के माध्यम से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सीवेज सिस्टम, पेयजल व्यवस्था बहुत तेज गति से चल रही है।
फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पिछले साल शहरी विकास विभाग को रिकॉर्ड धनराशि दी। यह अब तक का सबसे ज्यादा फंड है। आज धन की कमी नहीं है, लेकिन रचनात्मकता और क्रियान्वयन की आवश्यकता है। बड़ी रकम दी जाती है, लेकिन तीन-चार साल तक पैसे का इस्तेमाल नहीं होता। कुछ नगर पालिका, नगर निगम फंड मिलने के बाद टेंडर भी जारी नहीं करते हैं। इसलिए इसमें पारदर्शिता लाने के लिए फैसला लेना होगा|
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