विधान परिषद के उप सभापति एवं ठाकरे ग्रुप के उपनेता डाॅ. नीलम गोरे ने ठाकरे ग्रुप को ‘जय महाराष्ट्र’ कहकर एकनाथ शिंदे ग्रुप में शामिल हो गई हैं। गोरे का ठाकरे ग्रुप छोड़ना उद्धव ठाकरे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है| पिछले कुछ दिनों से चर्चा चल रही थी कि नीलम गोरे शिंदे गुट में शामिल होने जा रही हैं| ये बातें आखिरकार सच हो गई हैं|
इस बीच शिंदे गुट में नीलम गोरे की एंट्री के बाद ठाकरे गुट की ओर से प्रतिक्रिया आई है| विधायक अनिल परब ने गोरे की आलोचना की है| विधायक परब ने कहा, ”शिवसैनिकों की मेहनत से नीलम गोरे चार बार विधायक बनीं| मैं उन्हें इसके लिए शुभकामनाएं देता हूं।’ लेकिन जिन शिवसैनिकों के बल पर उन्होंने इन सभी पदों का आनंद लिया, उन्हें सोचना चाहिए कि यह (नीलम गोरहा का शिंदे गुट में प्रवेश) देखकर उन शिवसैनिकों को कितनी यातनाएं सहनी पड़ी होंगी।
विधायक अनिल परब ने कहा, ”हमें कुछ नहीं मिल रहा है, इसलिए बहुत सारे लोग पार्टी छोड़ रहे हैं| हालांकि, पार्टी के बुरे दिनों में लाखों कार्यकर्ता पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ हैं|” तो अगर ऐसे अवसरवादी लोग चले गए तो हम उनकी जगह जरूर भरेंगे| हमें इसकी परवाह नहीं है, लेकिन दुख की बात यह है कि इतने सारे पदों का आनंद लेने के बाद पार्टी से गद्दारी और छुरा घोंपना उच्च पदस्थ पदाधिकारियों को शोभा नहीं देता।
विधायक अनिल परब ने कहा, नीलम गोरे अब शिंदे समूह में शामिल हो गई हैं। मैं इतना ही कहूंगा कि जो भी वादे उन्हें मिले हैं, कम से कम हमें उम्मीद है कि वे पूरे होंगे| उनकी स्थिति न इधर की रहे, न उधर की रहे|
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