महाराष्ट्र सरकार का कैबिनेट विस्तार एक साल से रुका हुआ है| इसी तरह 10 दिन पहले अजित पवार एनसीपी के विधायकों के बड़े समूह के साथ सत्ता में शामिल हो गए हैं|अजित पवार ने खुद उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है और एनसीपी के नौ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है,लेकिन अभी तक किसी भी मंत्री को विभाग नहीं मिला है|
फिलहाल अकाउंट शेयरिंग को लेकर ही चर्चा चल रही है| वहीं, शिवसेना के शिंदे गुट के कई विधायक मंत्री पद का इंतजार कर रहे हैं| इस बीच कहा जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार और हिसाब-किताब को लेकर चर्चा अब दिल्ली में होगी|
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर कैबिनेट विस्तार और पोर्टफोलियो बंटवारे पर चर्चा करेंगे।
अजित पवार ने मंगलवार (11 जुलाई) को कैबिनेट विस्तार और पोर्टफोलियो आवंटन को लेकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ करीब डेढ़ घंटे तक चर्चा की| यह बैठक सागर बंगले पर आयोजित की गई थी| इसके बाद बताया जा रहा है कि आज (12 जुलाई) सुबह भी इसे लेकर बैठक हुई| इस पर अब राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं|
कुछ देर पहले NCP (शरद पवार गुट) विधायक रोहित पवार ने मीडिया से बात की| इसी दौरान रोहित पवार से सवाल पूछा गया कि क्या अजित पवार को दिल्ली में भाजपा नेतृत्व के सामने झुकना पड़ेगा? इस पर रोहित पवार ने कहा, वे कहीं नहीं जाएंगे| सही समय पर वे अपनी ताकत दिखाएंगे|’ काश, वह ताकत दिखाते हुए अगले पांच वर्षों में हमारे साथ रहकर महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते, तो हम सभी निश्चित रूप से इसका आनंद लेते।
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