बार्शी से भाजपा समर्थित निर्दलीय विधायक राजेंद्र राउत ने पिछले कुछ दिनों में मराठा आरक्षण नेता मनोज जरांगे के आंदोलन पर हमला बोला है| ऐसे में राऊत ने एक बार फिर जरांगे पर तीखे शब्दों से हमला बोला|जरांगे आरक्षण के लिए विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं बल्कि यह महाविकास अघाड़ी को सत्ता में लाने की योजना है|इस दौरान राऊत ने यह भी आलोचना की कि सभी लोग अब इसे लेकर सशंकित हैं|
मीडिया से बात करते हुए विधायक राऊत ने जरांगे के मराठा आंदोलन पर संदेह जताया और आरोप लगाया कि उनका आंदोलन अपने मूल उद्देश्य से भटक गया है|बार्शी में मराठा कार्यकर्ताओं ने मराठा आरक्षण को लेकर जरांगे-पाटिल से विभिन्न ग्यारह सवाल कर आंदोलन शुरू कर दिया है|
राऊत ने कहा कि इससे पहले मैंने मराठा आरक्षण मुद्दे पर मनोज जरांगे से अंतरवली सारती में कई बार चर्चा की थी। लेकिन पिछले 11 अगस्त को एनसीपी शरद पवार गुट के अध्यक्ष शरद पवार ने बार्शी आकर अपने प्रतिद्वंद्वी पूर्व मंत्री दिलीप सोपाल से मुलाकात की| इसके बाद उन्होंने एनसीपी विधायक रोहित पवार की आलोचना की| विधायक राऊत ने आरोप लगाया कि जरांगे तभी से उनके खिलाफ टिप्पणियां कर रहे हैं|
आंदोलन भटक गया है: जरांगे पाटिल को आंदोलन के साथ खुली चर्चा के लिए दरवाजे खुले रखने चाहिए क्योंकि मराठा आरक्षण आंदोलन हाल ही में एक अलग दिशा में मुड़ गया है। उन्हें ईमानदारी से विरोध करना चाहिए| महाविकास अघाड़ी को राजनीतिक लाभ लेने की मंशा से विरोध नहीं करना चाहिए| राऊत ने कहा कि फिलहाल उनके आंदोलन की दिशा ठीक नहीं है|
उन्होंने यह भी दावा किया कि मैं एकमात्र विधायक हूं जिसने इस बात पर जोर दिया कि जरांगे के खिलाफ एसआईटी जांच सरकार को वापस ले लेनी चाहिए| जरांगे अहंकार से ग्रस्त है। उन्हें अपना अहंकार किनारे रखकर मराठा आरक्षण की लिखित योजना तैयार करनी चाहिए।’ उन्होंने इसके लिए विशेषज्ञ मंडलियों की मदद लेने की भी सलाह दी|
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