कर्जत-जामखेड में एमआईडीसी की मांग को लेकर विधायक रोहित पवार ने विधानमंडल क्षेत्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन उद्योग मंत्री उदय सामंत ने रोहित पवार को समझा-बुझाकर आश्वासन दिया| इसके बाद रोहित पवार ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है| इसके बाद बात करते हुए रोहित पवार ने विधायक राम शिंदे पर हमला बोला है| मैं जनता को न्याय दिलाने का प्रयास कर रहा हूं| रोहित पवार ने राम शिंदे पर आरोप लगाया है कि वह उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे हैं|
निर्वाचन क्षेत्र में एमएडीसी की स्थापना के बाद विश्वसनीयता की लड़ाई शुरू हो जाएगी, तो क्या इसमें कोई रुकावट है? यह सवाल पूछे जाने पर रोहित पवार ने कहा,”ऐसा हो सकता है|मेरे प्रतिद्वंद्वी में एमआईडीसी का श्रेय लेने का साहस होना चाहिए। क्या लोग नहीं जानते? क्या लोग सरल हैं? या उन्हें समझ नहीं आता? यह योग्यता का मामला नहीं है, बल्कि युवाओं को न्याय देने का मामला है।’ मैं जनता को न्याय दिलाने का प्रयास कर रहा हूं| इसलिए, वह रास्ते में आने की कोशिश कर रहा है। अगर आप ब्लॉक करना चाहते हैं तो ब्लॉक कर दीजिए|आपको भी देख रहा हूं और सरकार को भी|
“दूरदर्शिता की कमी क्या जानेगी?”: “उनकी सोच देखकर, कोई सीधी चेतावनी नहीं।” उनका अहंकार लोगों ने तोड़ा है| ज्यादा ड्रामा करने की कोशिश करोगे तो दूसरी बार खड़े हो जाओगे तो लोगों का अहंकार टूट जाएगा| अगर युवा दूसरे राज्यों और शहरों में काम करने जा रहे हैं तो क्या उनके प्रति हमारा कोई अधिकार नहीं है? अडानी और जिंदल कंपनियों से बातचीत हुई है| लेकिन, अगर एमआईडीसी ही नहीं है तो कंपनियां कैसे आएंगी? एमआईडीसी शुरू होने के बाद, कंपनियों को शुरू होने और नौकरियां पैदा होने में दो साल लगते हैं। जिनके पास दृष्टि नहीं है उन्हें क्या पता होगा?” रोहित पवार ने राम शिंदे को ऐसी ट्रिक दी है|
“…तो मैं झूठ बोलना जानता हूं” : “हम जानते हैं कि युवाओं को कैसे आंकना है।” लेकिन अगर हमारे प्रयास गलत हो रहे हैं, तो हम जानते हैं कि इसे लोकतांत्रिक तरीके से कैसे करना है,” रोहित पवार ने राम शिंदे को चेतावनी दी।
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