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Monday, November 25, 2024
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राष्ट्रवादी अध्यक्ष अजित पवार, छगन भुजबल का बड़ा दावा !

इस बार छगन भुजबल ने कहा है कि अजित पवार एनसीपी के अध्यक्ष हैं|“राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष कौन हैं? पार्टी का मालिक कौन है? इस जनसैलाब को देखने के बाद ये साबित हो गया है कि एनसीपी अजित दादा पवार के साथ है| इसके अध्यक्ष अजित दादा हैं ।”

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राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार आज बीड दौरे पर हैं|इस दौरे में एनसीपी के कई नेता मौजूद रहे हैं और लोगों को संबोधित किया है | इस बार छगन भुजबल ने कहा है कि अजित पवार एनसीपी के अध्यक्ष हैं|“राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष कौन हैं? पार्टी का मालिक कौन है? इस जनसैलाब को देखने के बाद ये साबित हो गया है कि एनसीपी अजित दादा पवार के साथ है| इसके अध्यक्ष अजित दादा हैं ।”

छगन भुजबल ने ये भी कही “पवारों ने बैठकें कीं। पहली मीटिंग में छगन भुजबल, दूसरी मीटिंग में धनंजय मुंडे, तीसरे नंबर पर हसन मुश्रीफ। जब ट्रेन बारामती से आती है तो अजितदादा हमारे नेता होते हैं। हमारे खिलाफ बैठक के बाद शरद पवार और सुप्रिया सुले कहेंगे कि जब बारामती मुद्दे की बात होगी तो अजित पवार हमारे नेता हैं| तो फिर अजित पवार को उपमुख्यमंत्री के तौर पर मंजूरी दे दीजिए और झगड़ा सुलझा लीजिए, आप ही नेता हैं !”

भुजबल ने पूछा “जयंत पाटिल दिल्ली जाते थे और चर्चा करते थे। हमें इतने विधायकों की जरूरत है|’ ये हमारे कार्य हैं|मैं इसमें नहीं था, मुंडे भी नहीं था|तो अब क्या हुआ?”

भुजबल उस समय आपके साथ थे: “यहां साहेब ने कहा, मैं माफी मांगने आया हूं, गलती हो गई | कुछ गलत हुआ तो भुजबल को खड़ा किया गया|ओह भुजबल चार बार चुने गए|पवार ने माफ़ी मांगी|अगर माफ़ी मांगनी है तो गोंदिया से लेकर कोल्हापुर तक कहां-कहां माफ़ी मांगोगे? छगन भुजबल ने कहा। यह रास्ता किसने दिखाई? सर, आपने रास्ता दिखाया है|”

उन्होंने यह भी हमला बोलते हुए कहा “2019 में, अजित दादा ने सुबह शपथ ली, आपने कहा कि यह एक गुगली था। यह कैसा  गुगली  है? क्या आप अपने ही खिलाड़ी को आउट करना चाहते हैं? क्या राजनीति में ऐसी गुगली होती है?” |

छगन भुजबल ने यह भी कहा हम लड़ रहे थे, हमारे खिलाफ ईडी की कार्रवाई भी हुई, बाहर आकर मैं फिर आपके साथ खड़ा हो गया | तुम कहते हो कि तुम गये क्योंकि तुम डरे हुए थे। छगन भुजबल आपके साथ रहे | छगन भुजबल 1991 से आपके साथ हैं, जब आपको कांग्रेस से निकाला गया था तब कोई नहीं था, छगन भुजबल पहले व्यक्ति थे जो आपके साथ खड़े थे”।
 
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