चुनाव आयोग के फैसला सुनाने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का नियंत्रण और चुनाव चिह्न राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार को सौंप दिया गया है| ऐसे में अजितदादा ग्रुप में काफी उत्साह है। इसे शरद पवार गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है| आयोग के इस फैसले पर दोनों समूहों और अन्य दलों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की, लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी| आज पांच दिन बाद शरद पवार ने प्रतिक्रिया दी है| पुणे में एक कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए शरद पवार ने यह प्रतिक्रिया दी है|
मेरा व्यक्तिगत अनुभव है कि मैंने पहला चुनाव बैल जोड़ी पर लड़ा था। चुनाव आयोग का परिणाम आश्चर्यजनक है| उन्होंने कहा कि हमारा चुनाव चिन्ह दो बार जा चुका है, चिन्ह सीमित समय के लिए उपयोगी है। चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह और पार्टी दूसरे को दे दी| पार्टी की स्थापना करने वालों को पार्टी दी गई| यानी पहली बार ऐसा हुआ है कि उनके पार्टी अध्यक्ष रहते पार्टी किसी और को दे दी गई| लोग इन सब बातों का समर्थन नहीं करेंगे| शरद पवार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस संबंध में उचित फैसला देगा|
मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा: कुछ लोग भावनात्मक रूप से चुनाव लड़ेंगे| राय मांगी जाएगी| उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा था कि उनके कॉल के झांसे में न आएं|इस पर शरद पवार ने भी प्रतिक्रिया दी| मैं किसी भी चुनाव में खड़ा नहीं होऊंगा| इसलिए भावनात्मक बातें उचित नहीं हैं|बारामती के लोग संपन्न हैं। शरद पवार ने कहा कि लोगों ने बारामती में किए गए काम को स्वीकार किया है|
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