Politics: MVA में खटपट,नाना को शिवसेना ने आखिर क्यों मारा ताना?

अकेले-अकेले कहां जा रहे हो?

Politics: MVA में खटपट,नाना को शिवसेना ने आखिर क्यों मारा ताना?

file photo

मुंबई। Maha Agadhi Government की सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में देखने को मिले हैं, पार्टी ने अपने दम पर चुनाव लड़ने की बात कर रही कांग्रेस पर निशाना साधा है, संपादकीय में कहा गया है कि राज्य में स्वबल का अपच हो गया है, क्योंकि आए दिन कोई-न-कोई अपने बल पर चुनाव लड़ने की बात कर रहा है। हिंदी सामना में प्रकाशित संपादकीय के मुताबिक, ‘एक तरफ राज्य में मराठा, ओबीसी, धनगर आरक्षण की मांग जोर पकड़ रही है, कोल्हापुर में सर्वदलीय लोगों ने एकजुट होकर मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन किया, धनगरों को समय पर आरक्षण नहीं मिला तो पंढरपुर में विठोबा माऊली की महापूजा रोकने की बातें की जा रही हैं, ‘ओबीसी’ के नेता भी सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। कोरोना का कोहराम पूरी तरह थमा नहीं है। कुछ लोगों को स्वबल चुनाव लड़ने की धुन लगी है।

कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को लेकर यह लेख लिखा है, ‘उन्होंने भी आगामी चुनाव अपने दम पर लड़कर महाराष्ट्र में अपने दम पर सत्ता लाने की गर्जना की है, अपने दम पर सत्ता लाएंगे व कांग्रेस का मुख्यमंत्री अपने दम पर बनाएंगे, ऐसी घोषणा उन्होंने आत्मविश्वास के साथ की है। आगे लिखा गया, ‘संसदीय लोकतंत्र बहुमत के आंकड़ों का खेल है, यह खेल जिसके लिए संभव होगा, वह गद्दी पर बैठेगा, राजनीति में इच्छा, महत्वाकांक्षा होने में हर्ज नहीं है, परंतु अंतत: बहुमत का आंकड़ा नहीं होगा तो बोलने और डोलने से क्या होगा? भाजपा के 105 विधायकों का बल व्यर्थ साबित हुआ और तीन दलों ने एक साथ आकर बहुमत जुटा लिया। ‘2024 का मैदान अभी दूर है. परंतु प्रमुख राजनीतिक पार्टियां लोकसभा, विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने की बातें अचानक करने लगी हैं, लोकसभा अथवा विधानसभा के चुनाव समय से पहले कराने की साजिश कोई रच रहा है क्या?

शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि महा विकास अघाड़ी में एक दोस्त, राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि वे अकेले चुनाव लड़ेंगे। वे सरकार का हिस्सा होंगे मगर अकेले चुनाव लड़ेंगे। आप चुनाव लड़ सकते हैं। फिर बची हुई दो पार्टियां सोचेंगी कि भविष्य में वे साथ में क्या करेंगे।

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