“…मुझे ये तीन लोग संदिग्ध लगते हैं”, अजित पवार की बगावत पर राज का बड़ा बयान​ ​!​

अजित पवार की बगावत से महाराष्ट्र का सियासी माहौल गरमा गया है| अजित पवार की बगावत को दो दिन हो गए हैं, लेकिन बगावत की तस्वीर अब तक साफ नहीं हुई है| इसे लेकर कई तरह के तर्क दिए जा रहे हैं|

“…मुझे ये तीन लोग संदिग्ध लगते हैं”, अजित पवार की बगावत पर राज का बड़ा बयान​ ​!​

"...I find these three people suspicious", Raj's big statement on Ajit Pawar's rebellion!

एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने कुछ एनसीपी समर्थक विधायकों के साथ बगावत कर दी है| उन्होंने महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार का समर्थन किया है। इसके बाद अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री और आठ अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली| अजित पवार की बगावत से महाराष्ट्र का सियासी माहौल गरमा गया है| अजित पवार की बगावत को दो दिन हो गए हैं, लेकिन बगावत की तस्वीर अब तक साफ नहीं हुई है| इसे लेकर कई तरह के तर्क दिए जा रहे हैं|

इस बीच अजित पवार की बगावत पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने प्रतिक्रिया दी है| राज ठाकरे ने भविष्यवाणी की है कि अजित पवार की बगावत के पीछे शायद शरद पवार का हाथ है| इस बार उन्होंने इसकी वजह भी बताई है| उन्होंने अजित पवार के साथ गए तीन नेताओं पर भी संदेह जताया है| वह पुणे में मीडिया से बात कर रहे थे|

राज ठाकरे ने मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कहा, ”जो हुआ है वह बहुत घृणित है| अगर आप जनता की बात सुनेंगे तो आपको हर घर में गाली सुनने को मिलेगी। अन्यथा आपको कुछ भी सुनाई नहीं देगा| यह मतदाताओं का घोर अपमान है| मैंने कई बार भाषणों में इस बारे में बात की है।’ इन सभी मुद्दों पर विस्तृत बैठक की जाएगी|”
उन्होंने कहा, ”शरद पवार ने ये सब चीजें महाराष्ट्र में शुरू की| उन्होंने 1978 में पुलोड के साथ प्रयोग किया। महाराष्ट्र में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था| राज ठाकरे ने कहा, ”ये सभी चीजें शरद पवार से शुरू हुईं और शरद पवार पर खत्म हुईं।”
क्या आप यह कहना चाहते हैं कि शरद पवार ने जो बोया वह उगा? इस बारे में पूछे जाने पर राज ठाकरे ने आगे कहा, ”मुझे ऐसा नहीं लगता| शायद ये सब बातें उन्होंने (शरद पवार) ने ही रोपी हैं| क्योंकि प्रफुल्ल पटेल, दिलीप वलसे-पाटिल और छगन भुजबल अजित पवार के साथ जाने वाले लोग नहीं हैं| तो ये तीन लोग मुझे संदिग्ध लगते हैं| इसमें संदेह है कि वे तीन लोग अजित पवार के साथ जाएंगे और विधायक पद स्वीकार करेंगे।’
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