महाराष्ट्र से प्रतिदिन बड़ी संख्या में बौद्ध भिक्षु और अन्य श्रद्धालु बिहार के गया जाते हैं। यह आंकड़ा सालाना करीब एक लाख है। तथागत गौतम बुद्ध को बुद्ध गया में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इसलिए, यह स्थान दुनिया भर के बौद्धों के लिए एक बहुत ही पवित्र स्थान है। भाजपा नेता व पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले की मांग पर शिंदे फडणवीस सरकार बौद्ध गया में महाराष्ट्र भवन बनाएगी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद बडोल ने यह बात कही।
भारत में इस स्थान का होना गर्व की बात है। यह मांग पिछले कई सालों से लगातार हो रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले ने इस प्रस्ताव पर काम करना शुरू किया है। इसके लिए उन्होंने एक दिसंबर को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और चार दिसंबर को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से नागपुर में मुलाकात की थी। इन दोनों बैठकों में महाराष्ट्र सदन के निर्माण के लिए आवश्यक जगह को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से चर्चा करने का भी निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले को इस मुद्दे पर तत्काल बैठक करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल बैठक करने के भी निर्देश दिए। इसलिए भविष्य में महाराष्ट्र से बौद्ध श्रद्धालु, भक्त और बौद्ध धम्म बंधु बड़ी संख्या में बुद्धगया जाएंगे। उनके ठहरने की व्यवस्था उसी स्थान पर की जाएगी। पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले का मानना है की कि उस स्थान पर एक समय में करीब 500 श्रद्धालु, श्रद्धालु और बौद्ध भिक्षु ठहर सकते हैं।
बौद्ध गया में महाराष्ट्र सदन बौद्ध वास्तुकला के अनुसार विश्वस्तरीय होना चाहिए। इसी दृष्टि से अनेक आर्किटेक्ट डिजाइन बनाने का कार्य कर रहे हैं। उन डिजाइनों को भी राज्य सरकार को सौंपा जाएगा। बडोले ने यह भी संकेत दिया कि सरकार इस काम के लिए विश्व स्तरीय वास्तुकला की सेवाएं भी लेगी।
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