गुजरात में परियोजना लगने से संजय राऊत की बौखलाहट!
सारे प्रोजेक्ट जबरदस्ती खींच लिए गए हैं, जबकि देखा जाये तो ये सभी परियोजनाएं किसी राज्य से छीनने जैसी बात ही नहीं है|ये सभी परियोजनाओं को लेकर लंबे समय से गुजरात में स्थापित करने की बात पहले से ही जा रही थी|
Team News Danka
Published on: Sun 31st December 2023, 04:48 PM
महाराष्ट्र में एक के बाद एक प्रोजेक्ट गुजरात जा रहे हैं|संजय राउत ने इस बात पर भी टिप्पणी की कि हाल ही में सिंधुदुर्ग में पनडुब्बी परियोजना के गुजरात जाने के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा, टेस्ला, सिंधुदुर्ग में पनडुब्बी परियोजना, हीरा बाजार जैसी 17 परियोजनाएं इस सरकार के दौरान गुजरात में गई हैं।सारे प्रोजेक्ट जबरदस्ती खींच लिए गए हैं, जबकि देखा जाये तो ये सभी परियोजनाएं किसी राज्य से छीनने जैसी बात ही नहीं है|ये सभी परियोजनाओं को लेकर लंबे समय से गुजरात में स्थापित करने की बात पहले से ही जा रही थी|
गुजरात को सोने से ढककर द्वारका बनाने के बजाय हमारे पास कहने को कुछ नहीं है। लेकिन हमारे महाराष्ट्र के मुंह का ग्रास क्यों छीनें? यह सवाल संजय राउत ने उठाया था| यहां पर भी राऊत बयान सही नहीं दिखाई दे रहा है, परियोजनाओं को लेकर किसी भी राज्य के लिए प्रतिबंधित नहीं किया गया है|
संजय राउत ने दावा किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र कहते हैं कि पहले गुजरात का विकास, फिर देश का विकास। आप एक देश के प्रधानमंत्री हैं, एक राज्य के नहीं| लेकिन हमारे राज्य के मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री कमजोर हो गये हैं, लाचार हो गये हैं| राउत ने यह भी कहा कि नारायण राणे में सिंधुदुर्ग परियोजना को गुजरात जाने से रोकने की हिम्मत नहीं है| वे कहते हैं कि मैं 25 साल तक शिवसेना में था| फिर उन्हें यह दावा करना चाहिए कि वे किसी भी उद्योग को राज्य से बाहर नहीं जाने देंगे।
देशभर में चल रहा है ड्रग रैकेट: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चुराया शिवसेना का नाम! ये भी उन्हें कहना चाहिए| अजित पवार को भी अपना तीर दिखाना चाहिए| क्या आपमें यह कहने की हिम्मत है कि कोई भी उद्योग या रोजगार इस राज्य से बाहर नहीं जायेगा? राऊत ने पूछा ये सवाल| देशभर में नशे का गोरखधंधा चल रहा है| इसका केंद्र गुजरात में है| पिछले कुछ वर्षों में, जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई है। इनमें से ज्यादातर दवाएं महाराष्ट्र से आ रही हैं।
महाराष्ट्र से गुजरात में उद्योग चल रहे हैं और गुजरात से दवाएं महाराष्ट्र आ रही हैं| महाराष्ट्र पंजाब बनने की कोशिश कर रहा है| यह सरकार रेव पार्टी से बनी है| यह पैसे से बनी सरकार है| क्या सरकार को यह नहीं दिखता कि पूरे महाराष्ट्र में नशे का कारोबार चल रहा है? संजय राऊत ने भी ऐसा आरोप लगाया था|
विधायकों, पार्षदों के बढ़े दाम..: नए साल में राज्य सरकार पुरानी रिवाजों को ढो रही है पिछले डेढ़ साल में इस सरकार ने विधायकों और पदाधिकारियों के दाम बढ़ा दिए हैं, लेकिन किसानों के सामान की कीमत कब बढ़ेगी? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा का क्या हुआ? यह सवाल संजय राउत ने उठाया था| इन सभी मुद्दों पर सांसद अमोल कोल्हे और सांसद सुप्रिया सुले ने विरोध मार्च के जरिए अपना आक्रोश जताया|
राम मंदिर का शुभ कार्य: राम मंदिर का उत्सव देशवासियों के लिए खुशी का क्षण है। हमने इसमें यज्ञ की शिलाएं डाल दी हैं। फिलहाल राम मंदिर का अनुष्ठान सिर्फ भाजपा ही कर रही है| ये देश का होना चाहिए| यह सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि देश का सांस्कृतिक आयोजन है, लेकिन भाजपा ने इसे राजनीतिक आयोजन बना दिया| भगवान श्री राम सब देख रहे हैं| ये राजनीतिक समारोह बीत जाने दीजिए, फिर देखेंगे| राम मंदिर के लिए कई शिवसैनिकों ने बलिदान दिया है, लेकिन हम तब बात करेंगे जब सही समय आएगा|