पुणे में पूरे पवार परिवार के एक साथ आने की खबर इसलिए अहम है क्योंकि एनसीपी की हार हो चुकी है|फिर भी शनिवार को शरद पवार और अजित पवार एक साथ आये|साथ ही शरद पवार ने सभी को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि समय-समय पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है लेकिन कठिनाइयों को भूलकर कुछ दिन परिवार के साथ बिताना पड़ता है।
शरद पवार ने क्या कहा है?: “आम लोगों को अक्सर अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। समय-समय पर हमें संकटों का भी सामना करना पड़ता है। लेकिन कुछ दिन ऐसे भी होते हैं, जब आप परेशानियों को भूलकर अपने परिवार के साथ खुशी से समय बिताते हैं। हर कोई यही चाहता है| इसी इच्छा को पूरा करने का दिन है दिवाली का दिन| इस दिवाली के दौरान लोग इस त्योहार को खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं। मैं सभी को दिवाली की शुभकामनाएं देता हूं।’
2 जुलाई 2023 को अजित पवार सत्ता में: एनसीपी के विधायकों को साथ लेकर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. 40 से 42 विधायक अजित पवार के साथ हैं| साथ ही इस बगावत के बाद अजित पवार बनाम शरद पवार की लड़ाई हो गई है| इसलिए शनिवार को दोनों के बीच हुई मुलाकात चर्चा का विषय बन गई| इससे पहले इन दोनों की मुलाकात 13 अगस्त को पुणे में उद्योगजक चोरडिया के घर पर हुई थी। बैठक करीब तीन घंटे तक चली| यहां तक कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकमान्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया, तब भी शरद पवार और अजित पवार एक ही मंच पर थे, लेकिन एक-दूसरे की तरफ नहीं देखा,लेकिन शनिवार को शरद पवार और अजित पवार की मुलाकात हुई. इसके बाद अजित पवार दिल्ली दौरे पर चले गए|
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