सुप्रीम कोर्ट ने एनसीपी नेता नवाब मलिक को बड़ी राहत दी है| बॉम्बे हाई कोर्ट में नवाब मलिक की जमानत पर सुनवाई होने तक नवाब मलिक को मेडिकल जमानत दे दी गई है| इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल आधार पर नवाब मलिक को अंतरिम जमानत दे दी थी| मलिक ने आवेदन में बताया था कि उन्हें किडनी, लीवर और हृदय से जुड़ी बीमारियां हैं| अब सुप्रीम कोर्ट ने नवाब मलिक की मेडिकल जमानत को बरकरार रखा है| यह उनके लिए बड़ी राहत मानी जा रही है|
नवाब मलिक को सुप्रीम कोर्ट से राहत: बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसला आने तक नवाब मलिक बाहर रहेंगे क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने नवाब मलिक को राहत दे दी है| मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में जज बेला त्रिवेदी के समक्ष हुई| शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को उस समय ड्रग मामले में एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने गिरफ्तार किया था। फिर नवाब मलिक बनाम समीर वानखेड़े की भिड़ंत देखने को मिली|
नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि समीर वानखेड़े रिश्वत लेने के लिए ये सब कर रहे हैं और उनका जाति प्रमाण पत्र भी फर्जी है| इसके बाद ईडी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की| उन पर दाऊद से जुड़े सलीम फ्रूट के साथ डील करने का आरोप था। जिसके बाद उन्हें जेल जाना पड़ा. बाद में उन्हें जमानत दे दी गई। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी मेडिकल जमानत को बरकरार रखा है| इसलिए उन्हें दोबारा जेल नहीं जाना पड़ेगा| जब तक बॉम्बे हाई कोर्ट अपना फैसला नहीं सुना देता तब तक नवाब मलिक जेल से बाहर रहेंगे| बार एंड बेंच ने इसकी रिपोर्ट दी है|
ईडी ने क्यों किया गिरफ्तार?: ईडी ने 2022 में गोवा वाला कंपाउंड जमीन लेनदेन मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत नवाब मलिक को गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में थे. बाद में उन्हें अगस्त 2023 में सशर्त जमानत दे दी गई। इसके बाद उन्होंने मांग की कि उन्हें स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मिलनी चाहिए। मलिक कॉर्डेलिया क्रूज़ ड्रग स्कैंडल के दौरान सुर्खियों में थे। इस मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे पर आरोप लगा था| हालांकि मलिक ने एनसीबी के तत्कालीन जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे पर गंभीर आरोप लगाए थे| इन आरोपों ने मलिक को उस समय चर्चा का विषय बना दिया था|
नवाब मलिक किस एनसीपी में?: जब तक नवाब मलिक जेल से बाहर आए, उनकी एनसीपी पार्टी में फूट पड़ चुकी थी। अजित पवार और शरद पवार दो गुटों में बंट गए| जब सत्र चल रहा था तो नवाब मलिक अजित पवार के पक्ष में नेताओं की बेंच पर बैठे थे,जिसके बाद देवेन्द्र फडणवीस की काफी आलोचना हुई थी। ये आरोप देवेन्द्र फडणवीस ने ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाया था| आलोचना के बाद देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को पत्र लिखकर नवाब मलिक को पार्टी में न लेने की बात कही| इसके बाद नवाब मलिक ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की| तो क्या नवाब मलिक शरद पवार की NCP में हैं या अजित पवार की? ये सवाल अभी भी बना हुआ है|
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