परभणी के शिवसेना (ठाकरे ग्रुप) सांसद संजय जाधव ने स्वास्थ्य मंत्री और संरक्षक मंत्री तानाजी सावंत की आलोचना की है| तानाजी सावंत फंड को लेकर किसी पर भरोसा नहीं करते| संजय जाधव ने गंभीर आरोप लगाया है कि भुगतान के बाद ही फंड दिया जाता है|
संजय जाधव ने कहा, “परभणी जिले के फंड को लेकर अभिभावक मंत्री तानाजी सावंत किसी को विश्वास में नहीं लेते हैं| पिछले साल एक भी फंड नहीं मिला| यह करों से जुटाया गया कोष है। चूंकि कोई स्थानीय स्व-सरकारी निकाय नहीं है, अभिभावक मंत्री निधि के मालिक बन गए हैं। वे किसी पर भरोसा करने को तैयार नहीं हैं| जिले में ऐसी स्थिति है कि पैसे देने पर ही फंड दिया जाता है।”
“पार्टी के प्रति ईमानदार रहना हमारी संस्कृति है”: संजय जाधव ने कहा कि जो लोग शिंदे समूह में शामिल होते हैं उन्हें फंड मिलता है। जो लोग उनके पास नहीं जाते उन्हें फंड नहीं दिया जाता। जिस पार्टी ने हमें बनाया उसके प्रति ईमानदार रहना हमारी संस्कृति है। विपक्षी दल में रहते हुए 10 साल तक विधायक के रूप में काम किया,लेकिन इस तरह की परेशानी पहले कभी नहीं हुई|
‘एकनाथ शिंदे को देर हो गई’: ‘जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने नटराज रंगमंदिर के नवीनीकरण के लिए 7 करोड़ रुपये का फंड मांगा था। उद्धव ठाकरे ने फंड देना स्वीकार कर लिया,लेकिन, एकनाथ शिंदे जब शहरी विकास मंत्री थे तो उन्होंने समय बर्बाद करने का काम किया। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने फंड को लेकर एकनाथ शिंदे को पत्र लिखा था,लेकिन, अभी भी फंड उपलब्ध नहीं हो सका है| पर्यटन विभाग ने 30 करोड़ का फंड दिया था| इसे भी निलंबित कर दिया गया है।
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